पटना: राजधानी पटना में 23 जून को होने वाली भाजपा विरोधी दलों की बैठक के लिए तैयारियां जोर शोर से चल रही है. स्टेट गेस्ट हाउस में मुख्यमंत्रियों और अन्य अतिथियों को ठहराने की व्यवस्था की गई है. पटना सर्किट हाउस में भी अतिथियों के ठहरने की व्यवस्था की गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तैयारियों की खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कुछ नजदीकी मंत्रियों को भी मुख्यमंत्री ने 23 जून की बैठक की तैयारियों को सफल बनाने में लगाया है.
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बिहार के व्यंजन भी परोसे जाएंगे: ऐसे तो 23 जून को मुख्यमंत्री और जो भी अतिथि आएंगे अधिकांश उसी दिन लौट जाएंगे, लेकिन जितनी देर पटना में रहेंगे उनकी आवभगत की पूरी तैयारी हो रही है. पटना के महत्वपूर्ण होटलों को खाने-पीने की जिम्मेवारी दी गई है. जिन राज्यों के मुख्यमंत्री आ रहे हैं वहां के पकवान तो रहेंगे ही साथ ही बिहार के व्यंजन भी विपक्षी दलों के नेताओं के लिए इंतजाम किया जा रहा है.
"मुख्यमंत्री आवभगत में कोई कमी रहने नहीं देंगे. पहले भी जितने बड़े कार्यक्रम यहां हुए हैं सब ने देखा है उनकी मेजबानी को. और यह तो 2024 की बड़ी लड़ाई की तैयारी है, ऐसे में कोई कमी कैसे रहने देंगे"- संजय गांधी, विधान पार्षद
इन नेताओं पर रहेगी नजरः विपक्षी दलों की बैठक में 17 दलों के आने की घोषणा की गई है. सबकी नजर राहुल गांधी, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली की मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव, एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन के आने पर लगी है. क्योंकि कांग्रेस के साथ विपक्षी दलों का गठबंधन तैयार होने वाला है, इसलिए राहुल गांधी पर सबकी नजर होगी.
विपक्षी एकजुटता में सफलता मिलेगीः मुख्यमंत्री के नजदीकी और वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी का कहना है कि बैठक में सभी प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं का आना तय हो गया है. बैठक में सभी लोग यह तय करेंगे कि व्यवहारिक रूप से भाजपा का किस प्रकार से मुकाबला किया जाए. विजय चौधरी ने कहा विपक्षी दल को छोड़िए सारा देश मान चुका है, यदि विपक्ष एकजुट होकर लड़ा तो भाजपा का फिर से केंद्र की सत्ता में आना संभव नहीं है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रयास कर रहे हैं और सफलता की ओर आगे बढ़ रहे हैं. हम लोग पूरी तरह से आशान्वित हैं विपक्षी एकजुटता में सफलता मिलेगी.
विपक्षी नेता एक साथ बैठेंगेः भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी का कहना है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रयास किया है विपक्ष के सभी लोग बैठेंगे. ऐसा नहीं है कि एक ही बैठक में सब कुछ तय हो जाएगा. पिछले साल नीतीश कुमार बिहार में एनडीए से निकलकर महागठबंधन में शामिल हुए थे और सरकार बनाई थी. उसके बाद से ही बीजेपी के खिलाफ विपक्षी दलों को एकजुट करने में लगे हैं. कांग्रेस के साथ विपक्षी दलों का तालमेल हो नीतीश कुमार की यह कोशिश है कि बीजेपी के खिलाफ लोकसभा के अधिकांश सीटों पर विपक्ष का संयुक्त उम्मीदवार हो.