पटना: राफेल सौदे से जुड़े गोपनीय दस्तावेज चोरी होने के मामले पर बिहार के कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कांग्रेस पर ही आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि यह जांच का विषय है कि दस्तावेज चोरी किसके कार्यकाल में हुआ. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए इस तरह के आरोप लगा रही है.
दरअसल, रक्षा मंत्रालय से राफेल लड़ाकू विमान सौदे से जुड़े गोपनीय दस्तावेज चोरी हुए हैं. यह मामला तब सामने आया जब केंद्र सरकार ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट को इसकी जानकारी दी. इसके बाद ये मामला और तूल पकड़ लिया और पहले से हमलावर विपक्ष सरकार पर और हमलावर हो गया.
मामले की जांच करेगी सरकार
इसपर कृषि मंत्री ने कहा कि राफेल सौदे की शुरुआत कांग्रेस की यूपीए सरकार के वक्त हुई थी. हो सकता है गोपनीय दस्तावेज की चोरी उसी वक्त हुई हो. ये जांच का विषय है. इसलिए केंद्र की वर्तमान सरकार इस पूरे मामले की जांच करेगी और जो भी दोषी होंगे उस पर कार्रवाई की जाएगी.
राफेल मामले में कुछ छुपा रही मोदी सरकार
हालांकि, कृषि मंत्री शायद यह भूल गए कि पिछले करीब पांच साल से बीजेपी सरकार में है. बीजेपी की सरकार ने ही राफेल सौदे में कई तरह के बदलाव भी किए. ऐसे में जानकारों का मानना है कि मोदी सरकार राफेल मामले में जुरुर कुछ छुपा रही है. और बीजेपी नेता इसका राजनीतिकरण कर मामले को घुमाना चाहते हैं.