पटना: भारत की कला और संस्कृति को जानने और समझने के लिए पिछले छह महीनों से भारत भ्रमण पर निकले मुंबई के प्रतीक जाधव मंगलवार को पटना पहुंचे. यहां वे कॉलेज ऑफ आर्ट एंड क्राफ्ट में छात्रों से बातचीत की. साथ ही वे स्टूडेंट्स को अपनी यात्रा से जुड़े कई किस्से सुनाए.
इस दौरान ईटीवी भारत ने प्रतीक जाधव से खास बातचीत की. जिसमें उन्होंने कहा कि वे अब तक नॉर्थ के 12 राज्यों का भ्रमण कर चुके हैं. उनका अगला मकसद नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों की पारंपरिक कला से रूबरू होना है. साथ ही उनकी यात्रा के दौरान विलुप्त हो रही कई कलाओं के प्रति लोगों को जागरूक करना है.
'बिहार की कला है प्रसिद्ध'
प्रतीक ने बताया कि बिहार की इस यात्रा में कॉलेज के पूर्व छात्र संजय कुमार, उमेश शर्मा का अहम योगदान है. उन्होंने बिहार को लेकर कहा कि भारत का जो इतिहास है वह ज्यादातर बिहार का ही है. यह वाक्य उन्होंने बिहार संग्रहालय में पढ़ा. वे कहते हैं कि बिहार के इतिहास को अच्छे से जानने की जरूरत है. बिहार की कला और विरासत काफी प्रसिद्ध है. उन्होंने ये बातें मधुबनी पेंटिंग, टेराकोटा आदि का उदाहरण देते कहा.
18 महीने की है यात्रा
प्रतीक जाधव ने बताया कि पहले भी कई यात्री अन्य देशों से भारत को घूमने और भारत को समझने आते रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमें अपने देश को भी जानना चाहिए और देश की सांस्कृतिक विरासत को अपनी आंखों से देखने, समझने के लिए वह भारत की यात्रा पर वे निकले हैं. प्रतीक ने आगे कहा कि उनकी यात्रा 18 महीने की है. जिसमें उन्होंने 6 महीने में भारत के 12 राज्य का भ्रमण किया है. भारत भ्रमण पर निकले प्रतीक ने कहा कि आगे वह नॉर्थ ईस्ट का भ्रमण करेंगे. जिसके बाद वह दक्षिण की ओर जाएंगे.