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CAB और NRC धर्म के आधार पर लोगों से भेदभाव का घातक जोड़ साबित होगा- प्रशांत किशोर - NRC

जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर नागरिकता संशोधन बिल पर अपनी राय दी है. उन्होंने लिखा है कि नागरिकता संशोधन विधेयक और एनआरसी (NRC) धर्म के आधार पर लोगों से भेदभाव का घातक जोड़ साबित होगा.

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प्रशांत किशोर
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Published : Dec 12, 2019, 1:23 PM IST

Updated : Dec 12, 2019, 3:13 PM IST

पटना: नागरिकता संशोधन बिल लोकसभा और राज्यसभा में पास हो चुका है. जेडीयू ने इस बिल का समर्थन किया है, लेकिन इसको लेकर जेडीयू में दरार पड़ गई है. पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर लगातार जेडीयू के स्टैंड का विरोध कर रहे हैं. अब पार्टी अप्रत्यक्ष रूप से उन्हें चेतावनी भी जारी कर चुकी है.

जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर इस पर अपनी राय दी है. उन्होंने लिखा है कि नागरिकता संशोधन विधेयक और एनआरसी (NRC) धर्म के आधार पर लोगों से भेदभाव का घातक जोड़ साबित होगा.

  • We are told that #CAB is bill to grant citizenship and not to take it from anyone. But the truth is together with #NRC, it could turn into a lethal combo in the hands of Government to systematically discriminate and even prosecute people based on religion.#NotGivingUp

    — Prashant Kishor (@PrashantKishor) December 12, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

प्रशांत किशोर ने अपने ट्वीट में लिखा कि, 'हमें बताया गया है कि नागरिकता संशोधन विधेयक किसी की नागरिकता छीनने के लिए नहीं, बल्कि लोगों को नागरिकता देने के लिए है, लेकिन सच्चाई यह है कि NRC और यह CAB सरकार के हाथ में एक ऐसा घातक जोड़ हो सकता है, जिसके जरिए धर्म के आधार पर लोगों से भेदभाव कर उनके खिलाफ मुकदमा चलाया जा सकता है.'

  • While supporting #CAB, the JDU leadership should spare a moment for all those who reposed their faith and trust in it in 2015.

    We must not forget that but for the victory of 2015, the party and its managers wouldn’t have been left with much to cut any deal with anyone.

    — Prashant Kishor (@PrashantKishor) December 11, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

गौरतलब है कि इससे पहले भी प्रशांत किशोर ने नीतीश सरकार पर तंज कसते हुए एक ट्वीट किया था. जिसमें उन्होंने लिखा था, नागरिकता संशोधन बिल का समर्थन करने से पहले जेडीयू नेतृत्व को उन लोगों के बारे में भी सोचना चाहिए जिन्होंने 2015 में उन पर भरोसा और विश्वास जताया था. हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि 2015 की जीत के लिए पार्टी और इसके प्रबंधकों के पास जीत के बहुत रास्ते नहीं बचे थे.

पटना: नागरिकता संशोधन बिल लोकसभा और राज्यसभा में पास हो चुका है. जेडीयू ने इस बिल का समर्थन किया है, लेकिन इसको लेकर जेडीयू में दरार पड़ गई है. पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर लगातार जेडीयू के स्टैंड का विरोध कर रहे हैं. अब पार्टी अप्रत्यक्ष रूप से उन्हें चेतावनी भी जारी कर चुकी है.

जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर इस पर अपनी राय दी है. उन्होंने लिखा है कि नागरिकता संशोधन विधेयक और एनआरसी (NRC) धर्म के आधार पर लोगों से भेदभाव का घातक जोड़ साबित होगा.

  • We are told that #CAB is bill to grant citizenship and not to take it from anyone. But the truth is together with #NRC, it could turn into a lethal combo in the hands of Government to systematically discriminate and even prosecute people based on religion.#NotGivingUp

    — Prashant Kishor (@PrashantKishor) December 12, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

प्रशांत किशोर ने अपने ट्वीट में लिखा कि, 'हमें बताया गया है कि नागरिकता संशोधन विधेयक किसी की नागरिकता छीनने के लिए नहीं, बल्कि लोगों को नागरिकता देने के लिए है, लेकिन सच्चाई यह है कि NRC और यह CAB सरकार के हाथ में एक ऐसा घातक जोड़ हो सकता है, जिसके जरिए धर्म के आधार पर लोगों से भेदभाव कर उनके खिलाफ मुकदमा चलाया जा सकता है.'

  • While supporting #CAB, the JDU leadership should spare a moment for all those who reposed their faith and trust in it in 2015.

    We must not forget that but for the victory of 2015, the party and its managers wouldn’t have been left with much to cut any deal with anyone.

    — Prashant Kishor (@PrashantKishor) December 11, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

गौरतलब है कि इससे पहले भी प्रशांत किशोर ने नीतीश सरकार पर तंज कसते हुए एक ट्वीट किया था. जिसमें उन्होंने लिखा था, नागरिकता संशोधन बिल का समर्थन करने से पहले जेडीयू नेतृत्व को उन लोगों के बारे में भी सोचना चाहिए जिन्होंने 2015 में उन पर भरोसा और विश्वास जताया था. हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि 2015 की जीत के लिए पार्टी और इसके प्रबंधकों के पास जीत के बहुत रास्ते नहीं बचे थे.

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पटना: नागरिकता संशोधन बिल लोकसभा और राज्यसभा में पास हो चुका है. लेकिन इसे लेकर जेडीयू में दरार पड़ गई है. जेडीयू ने इस बिल का समर्थन किया है. जबकि पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर लगातार जेडीयू के स्टैंड का विरोध कर रहे हैं. अब पार्टी अप्रत्यक्ष रूप से उन्हें चेतावनी भी जारी कर चुकी है.



जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने ट्विट कर इस पर अपनी राय दी है. उन्होंने लिखा है कि नागरिकता संशोधन विधेयक और एनआरसी (NRC) धर्म के आधार पर लोगों से भेदभाव का घातक जोड़ साबित होगा.



प्रशांत किशोर ने अपने ट्वीट में लिखा, हमें बताया गया है कि नागरिकता संशोधन विधेयक किसी की नागरिकता छीनने के लिए नहीं, बल्कि लोगों को नागरिकता देने के लिए है, लेकिन सच्चाई यह है कि NRC और यह CAB सरकार के हाथ में एक ऐसा घातक जोड़ हो सकता है जिसके जरिए धर्म के आधार पर लोगों से भेदभाव कर उनके खिलाफ मुकदमा चलाया जा सकता है.



गौरतलब है कि इससे पहले भी प्रशांत किशोर ने नीतीश सरकार पर तंज कसते हुए एक ट्विट किया था. जिसमें उन्होंने लिखा था, नागरिकता संशोधन बिल का समर्थन करने ले पहले जेडीयू नेतृत्व को उनलोगों के बारे में भी सोचना चाहिए जिन्होंने 2015 में उनपर भरोसा और विश्वास जताया था. हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि 2015 की जीत के लिए पार्टी और इसके प्रबंधकों के पास जीत के बहुत रास्ते नहीं बचे थे.

 


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Last Updated : Dec 12, 2019, 3:13 PM IST
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