पटना: केंद्रीय कैबिनेट के गठन के बाद बिहार में भी मंत्रिमंडल में भारी फेरबदल होने की संभावना है. बिहार के 3 मंत्री सांसद बनकर दिल्ली चले गए हैं. मुख्य रूप से जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह, आपदा प्रबंधन मंत्री दिनेश चंद्र यादव और पशुपालन मंत्री पशुपति कुमार पारस अब सांसद बन गए हैं. इस कारण से मंत्रिमंडल में जगह खाली हो गयी है, जिसे जल्द भरने की संभावना है.
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक अशोक चौधरी को भी कहीं ना कहीं मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है. वर्तमान में अशोक चौधरी जनता दल यूनाइटेड में है और पार्टी विस्तार करने में लोकसभा चुनाव में उन्होंने अहम भूमिका निभाई है.
कृष्णनंदन वर्मा संभाल रहे हैं अतिरिक्त प्रभार
मंजू वर्मा को पार्टी से निष्कासित करने के बाद समाजकल्याण विभाग की जिम्मेदारी कृष्णनंदन वर्मा को दिया गया है. निश्चित तौर पर समाज कल्याण विभाग के भी नए मंत्री बनाए जाएंगे. सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार पशुपति कुमार पारस के बदले कोई लोजपा का ही विधायक मंत्री बनेगा. वहीं जदयू कोटे के दो मंत्री, राजीव रंजन सिंह ऊर्फ ललन सिंह और दिनेश चंद्र यादव के सांसद बन जाने के बाद जदयू के ही विधायक या विधान पार्षद मंत्री बन सकते हैं. अभी शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा के पास विधि विभाग और समाज कल्याण विभाग का अतिरिक्त प्रभार है.
लोजपा और जदयू कोटे से बन सकते हैं नए मंत्री
मंत्रिमंडल विस्तार पर बीजेपी के नेता भले ही यह कहते नजर आते हैं कि यह मुख्यमंत्री का अधिकार क्षेत्र है. लेकिन बीजेपी की भी मंशा है कि कहीं ना कहीं कोई विभाग हमारे विधायक और विधान पार्षद को मिले.
लोजपा की ओर से इनके नाम की चर्चा
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लोजपा के विधायक राजू तिवारी और विधान पार्षद नूतन सिंह का नाम सबसे ऊपर है. जबकि जदयू ने अभी तक अपना पत्ता नहीं खोला है. केंद्रीय कैबिनेट के विस्तार के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने मंत्रिमंडल में भारी फेरबदल कर सकते हैं. ऐसी संभावना जताई जा रही है कि कुछ मंत्री के विभाग काम के आधार पर भी बदले जा सकते हैं.