पटनाः बिहार म्यूजियम में केंद्रीय एवं राज्य प्रदूषण नियंत्रण परिषद समिति के 64वें राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस दो दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन किया.
इस दो दिवसीय वार्षिक सम्मेलन में देश के सभी राज्यों के प्रदूषण बोर्ड के अध्यक्ष और सचिव भाग ले रहे हैं. जिसमें मुख्य रूप से वायु प्रदूषण और जल प्रदूषण को लेकर चर्चा की जाएगी. साथ ही कचरे के निस्तारण के बारे में भी विचार-विमर्श होगा. सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल को कैसे कम करें और किस तरह उसका निस्तारण हो, इस विशेष तौर पर प्रकाश डाला जाएगा.
'जल जीवन हरियाली' से होगा प्रदूषण नियंत्रण
इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि प्रदूषण को कम करने के लिए हम लोग शुरू से ही काम कर रहे हैं. जब यह स्थिति अलार्मिंग हुई तो हमने जल जीवन हरियाली की शुरुआत भी कर दी है. निश्चित तौर पर इससे भी प्रदूषण नियंत्रण होगा.
संतुलित पर्यावरण जरूरी
प्रदूषण नियंत्रण सम्मेलन में आए लोगों से नीतीश कुमार ने जल जीवन हरियाली योजना पर सुझाव देने का अनुरोध किया है. उन्होंने कहा कि सरकार इन सुझावों को लागू करेगी. पर्यावरण के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए 19 जनवरी को मानव श्रृंखला बनाई जा रही है. उन्होंने कहा कि हमारे साथ-साथ आने वाली पीढ़ी के लिए संतुलित पर्यावरण बहुत जरूरी है. इसके लिए हमें अभी से जागरूक हो जाना चाहिए.
ये भी रहे मौजूद
कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, बिहार राज्य प्रदूषण बोर्ड के अध्यक्ष अशोक कुमार घोष, वन विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सहित केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड के सचिव आलोक कुमार, मुख्य सचिव सीके मिश्रा भी मौजूद थे