पटना: बिहार में जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती को लेकर सियासत तेज हो गई है. चुनावी साल में कोई भी राजनीतिक दल सियासत का मौका छोड़ना नहीं चाहता. कर्पूरी ठाकुर की विरासत को लेकर विशेष रूप से बिहार के क्षेत्रीय दलों में ज्यादा होड़ मची है. आरजेडी अगले 24 जनवरी के कार्यक्रम की घोषणा की है और दावा किया है कि कर्पूरी ठाकुर की राजनीतिक विरासत संभालने वाले तमाम नेता आरजेडी में ही मौजूद हैं.
'आरजेडी में हैं सच्चे सिपाही'
आरजेडी नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि चाहे लालू यादव हो या फिर रघुवंश सिंह और तमाम ऐसे नेता आरजेडी में ही हैं, जो कर्पूरी ठाकुर के सच्चे सिपाही माने जाते हैं. उन्होंने कहा कि आरजेडी हमेशा से कर्पूरी ठाकुर के आदर्शों पर चलने वाली पार्टी है. इसलिए कर्पूरी ठाकुर की जयंती मनाने जा रही है. लेकिन, आजकल जो भी दूसरी पार्टियां कर्पूरी ठाकुर के रास्ते पर चलने का दिखावा करती हैं, उसे जनता बखूबी समझती है. आरजेडी नेता ने कहा कि 24 जनवरी को कर्पूरी ठाकुर जयंती के मौके पर राष्ट्रीय जनता दल के पार्टी कार्यालय में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत तमाम आरजेडी के बड़े नेता शामिल होंगे.
आरजेडी के दावे पर बीजेपी का वार
वहीं, कर्पूरी ठाकुर पर आरजेडी के इस दावे पर बीजेपी ने पलटवार किया है. बीजेपी नेता और बिहार सरकार में मंत्री राणा रणधीर सिंह ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर के आदर्शों पर चलने का ढोंग करने वाले आज कहां हैं, इसका जवाब खुद उन्हें देना चाहिए. उन्होंने कहा कि जनता किसे पसंद करती है और लोग किसे कर्पूरी ठाकुर की विरासत का सही हकदार समझती है, इसका फैसला लोगों ने किया तभी तो आज एनडीए की सरकार बिहार में है. बीजेपी नेता ने कहा कि जनता ने पहले भी एनडीए को चुना है और आगे भी चुनेगी.
2020 में विधानसभा चुनाव
बता दें कि बिहार में 2020 विधानसभा चुनाव होना है. इसको लेकर पक्ष-विपक्ष के नेता आपस में बयानबाजी करते नजर आ रहे हैं. ऐसे में देखना होगा कि कर्पूरी ठाकुर, जेपी और लोहिया के नाम पर सियासत करना पार्टियों को कितना फायदा पहुंचा सकता है.