पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के मतदान को लेकर चुनाव प्रचार के अंतिम दिन सीएम नीतीश कुमार के बयान से सियासी संग्राम छिड़ गया है. आरजेडी सीएम के बयान को लेकर हमलावर है. वहीं, सीएम के बयान पर जेडीयू के नेताओं को सफाई देनी पड़ रही है.
सीएम के बयान को लेकर जेडीयू के प्रवक्ता का कहना है कि सीएम नीतीश कुमार का राजनीतिक जीवन शुरू से ही पारदर्शी रहा है. इसी पारदर्शिता का हमेशा से उन्होंने परिचय दिया है. वो बिहार के विकास के लिए हमेशा काम किए हैं. चुनावी जनसभा के दौरान सीएम नीतीश कुमार का जनता से भावनात्मक जुड़ाव रहता है. इसलिए उन्हें ऐसा लगा कि कहना चाहिए तो कह दिया. कहने वाले तो कुछ भी कहेंगे लेकिन नीतीश कुमार के बारे में प्रेदश की जनता जानती है.
आरजेडी नेताओं की प्रतिक्रिया
हालांकि सीएम के बयान को लेकर आरजेडी नेताओं ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सीएम ने हताशा और निराशा में ये बातें कही है. उन्हें पता चल गया है कि प्रदेश की जनता उन्हें रिटायर्ड करने जा रही है. हालांकि हमारे नेता तेजस्वी यादव कहते थे कि आप फिजिकली और मेंटली टायड हो गए हैं तो अब आपको अवकाश लेना चाहिए. पिछले 15 सालों में राज्य की जनता इनको काफी झेला है. जनता ने जब नकार दिया तब इन्होंने भावनात्मक अपील की है. उन्हों पता चल गया है कि इस बार वो हार रहे हैं.
सीएम से बयान पर सियासत
बता दें कि सीएम नीतीश कुमार ने बिहार महासमर 2020 के चुनाव प्रचार के अंतिम दिन पूर्णिया में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि परसों मतदान है और ये मेरा आखिरी चुनाव है. सीएम के इसी बात पर सियासत जारी है. सीएम के इस बयना पर चिराग पासावन और तेजस्वी यादव सहित कई नेताओं ने प्रतिक्रिया दी.