पटना: पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री तेजप्रताप यादव इन दिनों राजधानी पटना में अलग-अलग पार्कों का उद्घाटन कर रहे हैं. इसी कड़ी में राजधानी पटना के कंकड़बाग स्थित अटल बिहारी वाजपेयी पार्क का उद्घटान होना है लेकिन उससे पहले ही बवाल शुरू हो गया है. पार्क के अंदर जो शिलापट्ट लगाया गया है, उसमें पार्क का नाम कोकोनट पार्क लिखा गया है. जिसको लेकर बीजेपी ने कड़ी आपत्ति जताई है. पार्टी का कहना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अटलजी के सम्मान का दिखाता करते हैं, जबकि उनकी ही सरकार में पार्क का नाम बदला जा रहा है.
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विवाद पर क्या बोले तेजप्रताप यादव?: कथित तौर पर पार्क का नाम बदले जाने के आरोपों पर विभागीय मंत्री तेजप्रताप यादव ने सफाई देते हुए कहा कि इस पार्क का नाम शुरू से ही कोकोनट पार्क था. स्थानीय स्तर पर भले ही अटल बिहारी पार्क कहा जाता हो लेकिन सरकारी दस्तावेजों में हमेशा से कोकोनट पार्क ही नाम था. बीजेपी बेवजह इस मामले पर अफवाह फैला रही है.
"उस पार्क का नाम तो शुरू से ही कोकोनट पार्क रहा है. बीजेपी के लोग नया मोहरा बन रहे हैं. मीडिया में रूमर उड़ रहा है कि पार्क का नाम बदला गया है. कोई नाम नहीं बदला गया है, शुरू से कोकोनट पार्क ही उसका नाम है. टाइम मिलेगा तो जरूर उद्घाटन करने जाएंगे"- तेजप्रताप यादव, मंत्री, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन विभाग
'बीजेपी के लोगों ने लगाया होगा बोर्ड': तेजप्रताप यादव ने कहा कि बीजेपी इस मामले पर राजनीति कर रही है. शुरू से ही इस पार्क का नाम कोकोनट पार्क था. स्थानीय लोगों के नामकरण से क्या होता है. सरकारी कागज पर शुरू से ही इस पार्क का यही नाम था. अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर बोर्ड बीजेपी के लोगों ने लगाया होगा.
बीजेपी ने नीतीश कुमार को घेरा: उधर, इस मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी राज्य सरकार पर हमलावर है. केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से बने पार्क का नाम हटाना एक अपराध जैसा है. वहीं, प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार की कथनी और करनी में फर्क है. अटलजी के प्रति सम्मान महज दिखावा है, इसका सबूत है कि उनकी ही सरकार अटलजी के नाम पर बने पार्क का नाम बदल रही है.
"बिहार सरकार ने उस पार्क का उद्घाटन किया था. अब उसका नाम बदलकर कोकोनट पार्क किया जा रहा है. भारत रत्न के नाम से बने पार्क का नाम हटाना एक अपराध जैसा है. तेजस्वी जी ध्यान दीजिए, जनता आपसे पूछेगी. नीतीश जी आप अभी भी इसे रोकिये, नहीं तो आपके रखे नाम को भी वह हटा देंगे"- नित्यानंद राय, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री
"आज नीतीश कुमार की पोल खोल गई है. श्रद्धेय अटल जी का भी सम्मान बिहार में नहीं है. अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर उस पार्क का नाम है लेकिन आज उसका नाम बदल दिया गया है लेकिन नीतीश जी के राज में उनकी सरकार अटलजी का नाम बदल रही है. यही है नीतीश जी की सच्चाई. वो बोलते कुछ हैं और करते कुछ हैं"- सम्राट चौधरी, अध्यक्ष, बिहार बीजेपी
आरजेडी का बीजेपी पर पलटवार: उधर विवाद बढ़ने के बाद राष्ट्रीय जनता दल ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए पूछा कि सुशील मोदी से पूछिये कि क्या कभी पार्क का नाम अटल जी के नाम पर था? आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, 'इतना अज्ञानी मंत्री है कि बिना सोचे-समझे बयान देने कूद पड़ता है।इस क्षेत्र के विगत 35 वर्षों से विधायक BJP के है. इसी क्षेत्र से सुशील मोदी उपमुख्यमंत्री, नगर विकास तथा वन एवं पर्यावरण मंत्री से रहे. उन्हीं से पूछ लेते कि क्या कभी सरकार ने इस पार्क का नाम अटल जी पर रखा था?'
पहले क्या था पार्क का नाम?: दरअसल पटना के कंकड़बाग स्थित इस पार्क का नाम पहले कोकोनट पार्क था. अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद साल 2018 में उनके नाम पर इस पार्क का नाम कर दिया गया था. उस समय नीतीश कुमार के साथ बीजेपी भी सरकार में शामिल थी लेकिन अब फिर से इसे कोकोनट पार्क का नाम दिया जा रहा है. हालांकि अभी भी इस पार्क में पूर्व प्रधानमंत्री की मूर्ति लगी हुई है, वहीं उनके नाम का बोर्ड अभी भी पार्क के बाहर लगा हुआ है.
अटलजी का अक्सर नाम लेते हैं नीतीश: अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में नीतीश कुमार रेलवे और कृषि जैसे महत्वपूर्ण विभाग के मंत्री रह चुके हैं. माना जाता है कि अटलजी के आशीर्वाद के कारण ही बीजेपी ने बिहार में नीतीश को सीएम के रूप में आगे बढ़ाया था. नीतीश कुमार खुद भी तमाम मौकों पर पूर्व पीएम को याद करते रहते हैं. INDIA गठबंधन बनने के बावजूद वह अटल बिहारी वाजपेयी के जमाने के NDA का जिक्र करना नहीं भूलते. अभी हाल में उनकी पुण्यतिथि पर नीतीश ने दिल्ली स्थित 'सदैव अटल' जाकर उनको श्रद्धासुमन अर्पित किया था.