पटना: नौकरी के बदले जमीन लेने के आरोपों को लेकर सीबीआई ने सोमवार को राबड़ी देवी के आवास पर छापेमारी (CBI raids Rabri Devi residence)की. इस छापेमारी के बाद बिहार का सियासी पारा गरमा गया है. महागठबंधन के नेता केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए इसे दुर्भावना से प्रेरित कदम बताया. सीबीआई का दुरुपयोग भी बताया. वहीं भाजपा के नेताओं का कहाना है कि सीबीआई एक निष्पक्ष एजेंसी है. इसका भाजपा से कोई लेना-देना नहीं है.
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केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग: कांग्रेस नेता शकील अहमद ने कहा है कि सीबीआई दुर्भावना से प्रेरित होकर काम कर रही है. विरोधियों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है. केंद्रीय एजेंसियों का लगातार दुरुपयोग हो रहा है. लालू परिवार पर कई बार छापेमारी हुई है, लेकिन सीबीआई को कुछ भी हासिल नहीं हुआ है. जदयू विधायक संजीव सिंह ने कहा है कि सीबीआई लगातार लालू परिवार को निशाना बना रही है. एक के बाद एक छापेमारी हुई है, लेकिन फलाफल कुछ भी नहीं है. एक ही आदमी को टारगेट कर कार्यवाही की जा रही है.
विरोधियों को तंग कर रही भाजपाः भाकपा माले विधायक संदीप सौरभ ने कहा है कि भाजपा विरोधियों को तंग कर रही है. सीबीआई का दुरुपयोग हो रहा है. देश के 9 दलों ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर चिंता भी जताई है केंद्रीय एजेंसियों का देश के अंदर लगातार दुरुपयोग हो रहा है. राजद विधायक सुधाकर सिंह ने कहा कि सीबीआई की कार्रवाई की भर्त्सना करता हूं. लालू परिवार को लगातार टारगेट किया जा रहा है. कई बार छापेमारी हुई है लेकिन सीबीआई के हाथ कुछ भी नहीं लगा है. उन्होंने कहा कि सीबीआई भाजपा के इशारे पर काम करती है.
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"सीबीआई एक निष्पक्ष एजेंसी है. भाजपा से सीबीआई का कोई लेना-देना नहीं है. जो कोई गड़बड़ी करता है उसके खिलाफ कार्रवाई होती है. इसे राजनीति के चश्मे से देखने की जरूरत नहीं है"- नीरज बबलू, पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक
क्या है Land For job Case: लालू प्रसाद पर आरोप है कि उन्होंने रेल मंत्री रहते हुए बिना विज्ञापन जारी किये ग्रुप-डी की नौकरी के लिए कई लोगों की भर्ती की थी. इसके बदले उम्मीदवारों से जमीन ली गयी थी. सीबीआई के अनुसार लालू ने नौकरी के नाम पर 12 लोगों से 7 प्लॉट सस्ते में या बिना कुछ दिए हासिल किये. सीबीआई ने इस मामले में लालू के साथ उनके परिवार के कई सदस्यों पर केस किया है. इसमें तेजस्वी और तेजप्रताप शामिल नहीं हैं.