पटना: बिहार के शिक्षामंत्री चंद्रशेखर (Bihar Education Minister Chandrashekhar) के रामचरितमानस के बयान पर सियासी बवाल (Political Tussle Over Ramcharitmanas In Bihar) जारी है. शिक्षा मंत्री अपने विवादित बयान के चलते एक बार फिर सुर्खियों में हैं. शिक्षा मंत्री ने रामचरितमानस को लेकर एक बार फिर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि रामचरितमानस में कुछ अंश कचरा है और उसे हटाए जाने की जरूरत है.
बिहार के शिक्षामंत्री के बयान पर मचा सियासी घमासान : शिक्षा मंत्री के बयान पर बवाल शुरू हो गया है. बीजेपी ने शिक्षा मंत्री के इस्तीफे की मांग की है तो महागठबंधन के घटक दलों ने भी शिक्षा मंत्री के बयान से खुद को किनारे कर लिया है. इसको लेकर भाजपा नेता और पूर्व मंत्री प्रमोद कुमार ने कहा कि- "शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर सिंह विवादास्पद बयान देकर सुर्खियों में बने रहना चाहते हैं. ऐसे लोगों को मंत्रीमंडल में बने रहने का वाजिब हक नहीं है. भारत के संविधान के पहले पन्ने पर भगवान राम की तस्वीर है और संविधान निर्माताओं ने भगवान राम को बड़े सम्मान के साथ पन्ने पर रखा. उन्हें आज अपमानित करने की कोशिश की जा रही है मैं नीतीश कुमार से मांग करूंगा कि ऐसे मंत्री को बर्खास्त करें."
कांग्रेस ने शिक्षामंत्री के बयान से किया किनारा : शिक्षा मंत्री के रामचरितमानस पर दिए गए विवादित बयान पर कांग्रेस विधायक पार्टी नेता राजेश कुमार राम ने कहा कि ऐसे मुद्दों पर विवाद नहीं खड़ा करना चाहिए. लोगों को पहले रामचरितमानस अच्छे से पढ़ना चाहिए तब बयानबाजी करना चाहिए. कांग्रेस विधायक मुकेश रोशन ने कहा कि ऐसे बयान का कोई मतलब नहीं है. इस तरीके के मामलों में उलझने के बजाय विकास पर बात करने की जरूरत है. मुकेश रोशन ने कहा कि भाजपा के लोग ऐसे मुद्दों पर सियासत करते हैं. बांटने की राजनीति में वह सफल होने वाले नहीं है. गौरतलब है कि इसके पहले भी एक बार और शिक्षामंत्री ने रामचरितमानस पर विवादित बयान दिया था. उनके बयान को लेकर खूब राजनीति भी हुई थी.