पटना: कोरोना महामारी के समय बिहार की राजनीतिक में आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी तेज है. तेजस्वी यादव के महामारी के समय बिहार से बाहर रहने और लंबे अंतराल के बाद लौटने पर सत्ताधारी दल के नेताओं की ओर से खूब निशाना साधा जा रहा है.
वहीं, तेजस्वी यादव की तरफ से भी सरकार पर कई तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं, लेकिन बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार दो महीने से भी अधिक समय से एक अन्ने मार्ग से बाहर नहीं निकले हैं और ये आरोप कई बार लगता है कि बिहार सरकार अधिकारियों के भरोसे चल रही है.
'अधिकारियों के भरोसे चल रहा बिहार सरकार'
मुख्यमंत्री पिछले 2 महीने से भी अधिक समय से एक अन्ने मार्ग से बाहर नहीं निकले हैं. ऐसे तो लगातार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बैठक कर रहे हैं. यहां तक कि क्वॉरेंटाइन केंद्रों तक का डिजिटल निरीक्षण मुख्यमंत्री ने किया है. विपक्ष की तरफ से कई बार आरोप लगता है कि बिहार सरकार अधिकारियों के भरोसे चल रही है. यहां मंत्रियों की पूछ नहीं हो रही है.
'मंत्रियों से सलाह लेते हैं मुख्यमंत्री'
तेजस्वी यादव तो कई मंत्रियों के बैठक से गायब रहने पर सोशल मीडिया के माध्यम से ही सवाल भी खड़ा करते रहे हैं, लेकिन महेश्वर हजारी का कहना है कि मुख्यमंत्री मंत्रियों से सलाह भी लेते हैं. कैबिनेट भी कर रहे हैं और सुबह से लेकर देर रात तक मेहनत करते हैं और पूरे देश में एक उदाहरण पेश किया है. देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को नीतीश कुमार से सीखना चाहिए. वहीं, बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरुण सिन्हा ने तेजस्वी के आरोप लगाने पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव पहले गायब थे और अब जब लौटे हैं तो घर में ही सिमट कर रह गए हैं.
'क्वॉरेंटाइन केंद्रों पर सुविधा नहीं'
आरजेडी की तरफ से लगातार सरकार पर हमला बोला जा रहा है. प्रवासी मजदूरों को लेकर तेजस्वी बिहार से बाहर जब थे. तब भी हमला कर रहे थे और जब लौटे हैं. तब भी हमला कर रहे हैं. वहीं, पार्टी के विधायक और पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम क्या कहना है कि सभी प्रवासी मजदूर आ तो गए, लेकिन अब सरकार से संभलने वाला नहीं है. क्वॉरेंटाइन केंद्रों पर लोगों को सही तरीके से सब कुछ नहीं मिल रहा है, जिसकी सरकार ने घोषणा कर रखी है.
बता दें कोरोना काल में मुख्यमंत्री मीडिया से भी दूरी बनाए हुए है. पिछले 2 महीने में केवल दो बार वीडियो संदेश जरूर जारी किया है, लेकिन एक बार भी मीडिया से बातचीत नहीं की है. एक अन्ने मार्ग में रहते हुए प्रतिदिन कोरोना बचाव और राहत के चल रहे कार्यक्रम की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. बड़े फैसले भी ले रहे हैं, लेकिन यह भी सच्चाई है कि मुख्यमंत्री लॉकडाउन का सख्ती से पालन कर रहे हैं. नेता विरोधी दल तेजस्वी यादव बिहार लौटने के बाद से आवास से बाहर नहीं निकले हैं.