पटना: वाम दल महागठबंधन में शामिल होंगे या नहीं, इसको लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है. जेएनयू के पूर्व स्टूडेंट प्रेसिडेंट कन्हैया कुमार को लेकर सीपीआई और राजद आमने-सामने हैं. राजद खेमा किसी ऐसे चेहरे को प्रमोट करना नहीं चाहता जो भविष्य में तेजस्वी के लिए मुश्किलें पैदा कर सके.
दरअसल, जेएनयू के पूर्व स्टूडेंट प्रेसिडेंट कन्हैया कुमार बेगूसराय लोकसभा सीट से भाग्य आजमाना चाहते हैं. कन्हैया के नाम पर जिला कमेटी ने सहमति राज्य कमेटी को भेज दी है. लेकिन राजद कन्हैया कुमार के नाम पर बेगूसराय लोकसभा सीट छोड़ने को तैयार नहीं है. इधर, सीपीआई किसी भी सूरत में कन्हैया कुमार को बेगूसराय से चुनाव लड़वाना चाहती है.
'लालू यादव से मिलकर मंत्र और मार्गदर्शन दोनों लेना होगा'
राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे का कहना है कि जिसे भी महागठबंधन से लोकसभा चुनाव लड़ना है. उसे लालू यादव से मिलकर मंत्र और मार्गदर्शन दोनों लेना होगा. बता दें कि अब तक कन्हैया लालू यादव से नहीं मिले हैं.
सीपीआई नेता कैमरे के सामने नहीं आए
सीपीआई नेता कैमरे के सामने तो गठबंधन के मुद्दे पर बोलने से बच रहे हैं. लेकिन उनका स्पष्ट कहना है कि कन्हैया ही बेगूसराय से पार्टी के उम्मीदवार होंगे.
भाजपा ने ली चुटकी
दोनों नेताओं के बीच प्रतिस्पर्धा को लेकर भाजपा ने चुटकी ली है. भाजपा प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा है कि एक बड़े देशद्रोही हैं तो दूसरे बड़े भ्रष्टाचारी. जाहिर तौर पर दोनों के बीच बड़ा बनने के लिए प्रतिस्पर्धा होगी.