पटनाः बिहार में 1 अप्रैल 2016 से शराबबंदी कानून लागू है. इसके बावजूद आए दिन शराब की बड़ी खेप पकड़ी जाती है. इसे देखते हुए सरकार शराबबंदी कानून का पालन कराने को लेकर सख्त है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समीक्षा बैठक के दौरान पुलिसकर्मियों को शपथ लेने का निर्देश दिया था. इसपर अमल करते हुए सोमवार को पुलिस मुख्यालय सहित पूरे राज्य भर के पुलिसकर्मियों ने शराब नहीं पीने और न ही पीने देने की शपथ ली है.
पुलिसकर्मियों ने ली शपथ
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पुलिस मुख्यालय ने सभी जिले के एसपी और थानेदारों को निर्देश जारी किया था. इसके बाद पुलिस मुख्यालय से लेकर थाना स्तर तक के पुलिसकर्मियों ने शपथ लेने का कार्यक्रम आयोजित किया. पुलिस मुख्यालय के सभागार में बिहार के डीजीपी एसके सिंघल समेत आला अधिकारी और पुलिस कर्मियों ने शराब नहीं पीने हैं और न ही पीने देने का शपथ लिया. साथ ही पुलिसकर्मियों ने शराब के कारोबार में शामिल नहीं होने की भी शपथ ली.
"शराबबंदी का कानूनी दृष्टीकोण से अनुपालन करवाना है. शपथ लेकर हम शराबबंदी कानून का सख्ती से पालन करने और करवाने के लिए उत्तरदायी हैं."-डीजीपी, एसके सिंहल
फल फूल रहा शराब का कारोबार
बिहार के डीजीपी एसके सिंघल की तरफ से सभी जिले के एसपी, रेल एसपी सहित सभी थाने को पत्र लिखकर अवगत कराया गया था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 9 दिसंबर को मध निषेध की बैठक में सभी पुलिसकर्मियों को शपथ लेने निर्देश दिया था. इसके तहत 21 दिसंबर को शपथ कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. बिहार में 4 साल पहले शराबबंदी कानून लागू हुआ था. इसके बाद भी राज्य में धड़ल्ले से शराब का कारोबर फल फूल रहा है.
शराब पीकर उत्पात मचाने का वीडियो वायरल
बता दें कि शराब कारोबार में कई बार पुलिसकर्मी भी संलिप्त पाए गए. साथ ही पुलिसकर्मीयों के शराब पीकर उत्पात मचाने के कई वीडियो वायरल हो चुके हैं. बिहार पुलिस के कर्मयों ने शराब न पीने की और न ही दूसरों को पीने देने की शपथ ली है. पुलिस कर्मियों ने शपथ लेते हुए कहा कि जीवन काल में कभी भी शराब का सेवन नहीं करूंगा, अगर मैं कभी भी शराब से जुड़ी किसी गतिविधि में संलिप्त पाया गया है तो मैं कड़ी कार्रवाई के लिए उत्तरदाई होऊंगा. अब आने वाला समय ही बतायगा कि राज्य में शराब बंदी कानून का कितनी सख्ती से पालन हो पाता है.