पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 16 जनवरी को आईजीएमएस से टीकाकरण की शुरुआत करेंगे. कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की अफवाहें फैलाई जा रही हैं. सोशल मीडिया के माध्यम से ट्विटर, फेसबुक, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम पर कोरोना वायरस के बचाव के लिए लगाए जाने वाले टीका का साइड इफेक्ट बताया जा रहा है.
अफवाह फैलाने वालों पर नजर
करुणा वैक्सीनेशन के अफवाह को को लेकर पटना के डीएम चंद्रशेखर ने भी आम लोगों को अफवाह और भ्रांति से दूर रहने की अपील किया है. साथ ही साथ सोशल मीडिया के माध्यम से साइबर फ्रॉड भी कोरोना वैक्सीनेशन के नाम पर लोगों को लूटने का भी काम कर रहे हैं. जिससे आम इंसान को सचेत रहने की जरूरत है.
'सोशल मीडिया के माध्यम से फैलाई जा रही अफवाहों पर ध्यान ना दें स्वास्थ्य विभाग के द्वारा बनाई गई 'को-विन' पोर्टल के माध्यम से दी जा रही जानकारी को ही ध्यान देकर अपना टीकाकरण करवाएं'- जितेंद्र कुमार, एडीजी, पुलिस मुख्यालय
आरोपियों पर होगी कड़ी कार्रवाई
सोशल मीडिया पर कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर फैलाई जा रही है. अफवाह के मद्देनजर पुलिस मुख्यालय द्वारा सोशल मीडिया सेल मुख्यालय और क्षेत्रीय स्तर पर ऐसे अफवाह फैलाने वाले लोगों पर नजर बनाई हुई है. इस तरह का भ्रम फैलाने की कोशिश करने वाले लोगों पर कार्रवाई की जाएगी.
'अफवाहों पर नहीं दे ध्यान'
बता दें कि इन दिनों कुछ विपक्ष के नेताओं के वैक्सीनेशन ना लेने के बयान काफी सुर्खियां बटोर रहा है. सोशल मीडिया पर भी इस कोरोना वैक्सीनेशन का दुष्प्रभाव दिखलाया जा रहा है. जबकि पुलिस मुख्यालय का मानना है कि जो भी दुष्प्रभाव दिखाए जा रहे हैं, उसमें थोड़ी सी भी सच्चाई नहीं है. लोगों को सचेत रहने की जरूरत है. एडीजी मुख्यालय जितेंद्र कुमार ने कहा कि कोई भी ऐसी अफवाह फैलाते पकड़े गए तो उनको बख्शा नहीं जाएगा, उनके ऊपर उचित कार्रवाई की जाएगी.