पटना: पुलिस विभाग में सार्जेंट और मेजर की कमी को देखते हुए बिहार पुलिस मुख्यालय ने बड़ा फैसला लिया है. बिहार पुलिस मुख्यालय कार्मिक और कल्याण विभाग की ओर से वैकल्पिक व्यवस्था के तहत सार्जेंट का प्रशिक्षण प्राप्त सामान्य पुलिस के अवर निरीक्षकों को सार्जेन्ट के पद पर कार्य करने हेतु अलग-अलग जिलों में पदस्थापित किया गया है.
'कोई और दावा नहीं होगा मान्य'
बिहार पुलिस मुख्यालय कार्मिक और कल्याण विभाग ने कुल 35 दारोगा को सार्जेन्ट के पद पर पदस्थापित किया है. वहीं, पुलिस मुख्यालय ने बताया कि पुलिस अवर निरीक्षकों का भविष्य में परिचारी की कोटी में कोई भी दावा मान्य नहीं होगा और इन पुलिस अवर निरीक्षकों से पुलिस अधीक्षक आवश्यकता अनुसार जिले में अन्य कार्य भी ले सकेंगे.
सार्जेंट की कमी
बिहार में आगामी महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. जिसके मद्देनजर बिहार पुलिस समेत बिहार के सभी सरकारी विभागों मे ट्रांसफर-पोस्टिंग किया जा रहा है. चुनाव के मद्देनजर बिहार के कई जिलों में सार्जेंट और मेजर की कमी को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने बड़ा फैसला लिया है. सार्जेंट के ट्रेनिंग ले चुके सामान्य वर्ग के दारोगा को पुलिस मुख्यालय के अनुसार जिन जिलों में सार्जेंट की कमी है, वहां पर पदस्थापित किया गया है. बता दें कि पुलिस कर्मियों को अपने जिले में ड्यूटी बांटने का कार्य सार्जेंट का होता है.