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शराबबंदी को लेकर लापरवाही बर्दाश्त नहीं, 41 पुलिसकर्मी 10 साल तक नहीं बन सकते थानेदार

शराबबंदी मामले को लेकर 41 पुलिसकर्मियों पर मुख्यालय की ओर से बड़ी कार्रवाई की गई है. इनकी 10 सालों तक थाना प्रभारी के लिए पोस्टिंग नहीं हो सकेगी.

पटना
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Published : Jul 7, 2019, 10:18 AM IST

Updated : Jul 7, 2019, 10:32 AM IST

पटना: पुलिस विभाग ने शराबबंदी लेकर सख्त रवैया अपनाया है. विभाग ने इसको लेकर 41 पुलिसकर्मियों पर गाज गिरायी है. पुलिस मुख्यालय ने बड़ी कार्रवाई करते हुए हुए 41 पुलिसकर्मियों को 10 साल तक थाना प्रभारी का पद नहीं देने का फैसला किया है. इससे पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया है.

शराबबंदी को लेकर सरकार कोई कोताही बर्दाश्त करने को तैयार नहीं है. सरकार शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करन के लिए कई बार पुलिस विभाग को अल्टीमेटम दे चुकी है. इसको लेकर पुलिस विभाग एक्शन मोड में दिख रही है. विभाग ने 41 पुलिसकर्मियों को 10 साल तक थाना प्रभारी का पद नहीं देने का फैसला किया है. थाना प्रभारी रहते इनके इलाके में शराब मिली थी.

पुलिस पर मिलीभगत का है आरोप
प्रदेश में हमेशा पुलिस और शराब माफियाओं की मिलीभगत का आरोप लगते रहे हैं. कई ऐसे भी मामले आये हैं कि पुलिस ने शराब तो जब्त किए हैं. लेकिन शराब तस्कर की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. ऐसी घटना प्रदेश के सीमा इलाके में स्थित थानों में ज्यादा होती है. इसको लेकर सरकार पुलिस विभाग को फटकार भी लगाई थी. इसके बाद ऐसे लापरवाह पुलिसकर्मियों के लिए एक सख्त कानून भी बनाया है.

पुलिसकर्मियों पर भी अब गिरेगी गाज
बता दें कि बिहार में नीतीश कुमार ने शराबबंदी कानून को लेकर लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने का फैसला किया था. मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग की समीक्षा बैठक में यह फैसला लिया गया था. किसी थाने के इलाके में शराब पाई गई तो उस थाने के पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही 10 साल तक उनकी किसी थाने में पोस्टिंग नहीं होगी.

पटना: पुलिस विभाग ने शराबबंदी लेकर सख्त रवैया अपनाया है. विभाग ने इसको लेकर 41 पुलिसकर्मियों पर गाज गिरायी है. पुलिस मुख्यालय ने बड़ी कार्रवाई करते हुए हुए 41 पुलिसकर्मियों को 10 साल तक थाना प्रभारी का पद नहीं देने का फैसला किया है. इससे पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया है.

शराबबंदी को लेकर सरकार कोई कोताही बर्दाश्त करने को तैयार नहीं है. सरकार शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करन के लिए कई बार पुलिस विभाग को अल्टीमेटम दे चुकी है. इसको लेकर पुलिस विभाग एक्शन मोड में दिख रही है. विभाग ने 41 पुलिसकर्मियों को 10 साल तक थाना प्रभारी का पद नहीं देने का फैसला किया है. थाना प्रभारी रहते इनके इलाके में शराब मिली थी.

पुलिस पर मिलीभगत का है आरोप
प्रदेश में हमेशा पुलिस और शराब माफियाओं की मिलीभगत का आरोप लगते रहे हैं. कई ऐसे भी मामले आये हैं कि पुलिस ने शराब तो जब्त किए हैं. लेकिन शराब तस्कर की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. ऐसी घटना प्रदेश के सीमा इलाके में स्थित थानों में ज्यादा होती है. इसको लेकर सरकार पुलिस विभाग को फटकार भी लगाई थी. इसके बाद ऐसे लापरवाह पुलिसकर्मियों के लिए एक सख्त कानून भी बनाया है.

पुलिसकर्मियों पर भी अब गिरेगी गाज
बता दें कि बिहार में नीतीश कुमार ने शराबबंदी कानून को लेकर लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने का फैसला किया था. मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग की समीक्षा बैठक में यह फैसला लिया गया था. किसी थाने के इलाके में शराब पाई गई तो उस थाने के पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही 10 साल तक उनकी किसी थाने में पोस्टिंग नहीं होगी.

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Last Updated : Jul 7, 2019, 10:32 AM IST
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