पटना: पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस से साइबर फ्रॉड (Cyber Fraud with Chief Justice of Patna) करने के मामले में पुलिस को कामयाबी हाथ लगी है. मामला ये है कि सबसे पहले पटना हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस के नाम का व्हाट्सएप प्रोफाइल बनाया गया, उस पर हाई कोर्ट से संबंधित तस्वीर भी लगाई गई. उसके बाद शातिर ने उस प्रोफाइल के जरिए रजिस्ट्रार जनरल को अपने झांसे में लिया और ठगी का शिकार बनाया. पटना पुलिस ने अब इस फ्रॉड में एक शातिर को गिरफ्तार किया है.
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असम से घटना को देता था अंजाम: बता दें कि अर्थशास्त्र से ग्रेजुएशन करने वाले युसूफ ने पटना हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस के नाम का प्रयोग कर ठगी की घटना को अंजाम दिया है. कोतवाली थानाध्यक्ष संजीत कुमार ने बताया कि पुलिस ने शातिर मास्टर माइंड के मोबाइल को घटना के बाद सर्विलांस पर रखा था. मंगलवार को उस शातिर का लोकेशन पटना में मिला. जिसके बाद पुलिस ने घेराबंदी करते हुए शातिर मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार साइबर शातिर का नाम युसूफ है. ये मूल रूप से सिवान जिले का रहने वाला है और असम के बारपेटा में रहकर साइबर फ्रॉड की घटना को अंजाम देता था.
कब का है ये मामला: दअरसल यह मामला पुराना है, पुलिस के मुताबिक पटना हाई कोर्ट के अधिकारी ने 18 जुलाई को कोतवाली थाने में एक केस दर्ज कराया था. इसी डेट में चीफ जस्टिस के नाम से फेक व्हाट्सएप प्रोफाइल से एक मैसेज रजिस्ट्रार जनरल के सरकारी मोबाइल नंबर पर गया था. प्रोफाइल की डीपी में चीफ जस्टिस का फोटो लगा हुआ था. शातिर ने रजिस्ट्रार जनरल को लिखा कि वो अमेजन का 15 गिफ्ट कार्ड खरीदकर दिए गए लिंक पर भेजें. एक गिफ्ट कार्ड की कीमत 10 हजार थी.
वहीं, मैसेज को सही मानते हुए रजिस्ट्रार जनरल ने अपने अमेजन अकाउंट से 1.50 लाख में 15 गिफ्ट कार्ड खरीदकर दिए गए लिंक पर भेज दिया. इसका पैसा रजिस्ट्रार जनरल के अकाउंट से कट गया. जिसके बाद उन्होंने मोबाइल नंबर चेक किया तो पता चला कि ठगी हो गई है. तब तक शातिर एक लाख के 10 गिफ्ट कार्ड का इस्तेमाल कर चुका था. रजिस्ट्रार जनरल 5 गिफ्ट कार्ड ही वापस अपने अकाउंट में करा पाए थे. फिलहाल गिरफ्तारी के बाद पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.