पटना: इंडिगो मैनेजर रूपेश की हत्या के बाद से पुलिस पर कई गंभीर सवाल उठ रहे थे. ऐसे में पुलिस लगातार इस हत्याकांड में शामिल सभी आरोपियों की धर पकड़ के लिए प्रयासरत थी. अब हत्याकांड (Rupesh Murder Case) में शामिल चौथे और अंतिम आरोपी को पटना पुलिस (Patna Police) ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया है.
इस संबंध में पटना एसएसपी उपेंद्र शर्मा (Patna SSP upendra sharma) ने पीसी कर जानकरी की दी है. एसएसपी ने कहा कि आज इस केस पर पूरी तरह से पूर्ण विराम लग गया है. अंतिम अभियुक्त को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. 13 जून को आरोपी आर्यन उर्फ अभयानंद के यहां भी पुलिस ने कर्की कर दी थी लेकिन यह फरार चल रहा था.
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12 जनवरी को पटना के शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र स्थित पुनाइचाक इलाके में कुछ अपराधियों ने इंडिगो मैनेजर रुपेश हत्याकांड को अंजाम दिया था. इस पूरे मामले की जानकारी पटना के शास्त्री नगर थाने में देते हुए पटना एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि 12 जनवरी को इंडिगो मैनेजर की कुछ अपराधियों ने उसके घर के नीचे ही गोली मारकर हत्या कर दी थी.
'गिरफ्तार आर्यन उर्फ अभयानंद जयसवाल चोर है. पूर्व में भी यह चोरी के मामले में जेल जा चुका है. पुलिस ने इस मामले को चैलेंज के रूप में लिया था और इस घटना के 6 महीने बीत जाने के बाद इस घटना के अंतिम आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.'- उपेंद्र कुमार शर्मा, एसएसपी पटना
घटना के कुछ दिन बीत जाने के बाद ऋतुराज को गिरफ्तार किया गया था और उसके बाद सौरभ की गिरफ्तारी पुलिस ने की. इन दोनों अपराधियों के गिरफ्तार होने के बाद तीसरे आरोपी छोटू ने पुलिस की आंख में धूल झोंककर कोर्ट में सरेंडर कर दिया था. घटना के 6 महीने बीत जाने के बाद अब आखिरी आरोपी आर्यन उर्फ अभयानंद जयसवाल को पुलिस ने पटना के बाईपास इलाके से रविवार की शाम गिरफ्तार कर लिया है.
गिरफ्तार अपराधी सालिमपुर इलाके का रहने वाला बताया जा रहा है. घटना के बाद ये छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, बंगाल समेत कई जगह पर घूम रहा था. गिरफ्तार अपराधी ऋतुराज का साथी है. एसएसपी ने बताया कि इस घटना में संलिप्त सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. अब कोर्ट में चार्जशीट फाइल कर इन अपराधियों पर स्पीडी ट्रायल चला कर जल्द से जल्द सजा दिलाने का कार्य पुलिस करेगी.
12 जनवरी को रूपेश को उनके अपार्टमेंट के ठीक नीचे ही बाइक सवार अपराधियों ने गोली मार दी थी. रूपेश को अपराधियों ने कुल 7 गोलियां मारी थी. इस घटना में रूपेश की मौत घटनास्थल पर ही हो गई थी. इस मामले को लेकर पुलिस ने कई दिनों तक हजारों सीडीआर और सैकड़ों सीसीटीवी कैमरे खंगालने के बाद घटना में ऋतुराज के संलिप्त होने की पुष्टि की थी.
गिरफ्तार ऋतुराज ने पहले ही पुलिस के समक्ष यह कबूल किया था कि उसने ही रोडवेज की कारण घात लगाकर अपने अन्य तीन सहयोगियों के साथ रूपेश को गोली मारी थी. अब इस घटना में संलिप्त चौथा आरोपी भी पुलिस की गिरफ्त में है.
आपको बता दें कि घटना की तिथि से 22 दिन बाद दो फरवरी को ऋतुराज की गिरफ्तारी हो सकी. वहीं घटना के 50 दिन बाद दूसरे आरोपी सौरभ को अरेस्ट किया गया. तीसरे आरोपी पुष्कर ने 5 अप्रैल को कोर्ट में सरेंडर कर दिया था. और अब 6 महीने बाद चौथे और अंतिम आरोपी आर्यन उर्फ अभयानंद जयसवाल को भी पुलिस ने पकड़ लिया है.