पटना: हर किसी का सपना होता है कि उसके पास अपना घर और गाड़ी हो. इसी सपने को सच करने का झूठा सपना दिखाकर लोगों से लाखों की ठगी करने वाले पांच साइबर गिरोह के सदस्यों (police arrested cyber criminals in patna) को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पटना के पत्रकार नगर थाना क्षेत्र के केंद्रीय विद्यालय के पास से इन पांचों को पुलिस ने दबोचा है. गिरफ्तार साइबर फ्रॉड गिरोह के सदस्यों के पास से पुलिस टीम ने साइबर फ्रॉड के जरिए अर्जित किए गए 1 लाख रुपए, 12 मोबाइल, पांच विभिन्न बैंकों के एटीएम, डेबिट कार्ड , एक प्रिंटर और एक मोटरसाइकिल के साथ-साथ पांच कुर्सियां और एक शराब की बोतल बरामद की है.
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दरअसल होम लोन और अन्य कई तरह के लोन प्राइवेट बैंक और अन्य कंपनी से दिलवाने के नाम पर ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश पटना के पत्रकार नगर थाने की पुलिस ने किया है. इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए सिटी एसपी पूर्वी प्रमोद कुमार ने बताया है कि यह गिरोह पूरे देश के लोगों से साइबर फ्रॉड के जरिए लाखों रुपए की संपत्ति अर्जित कर चुका है. इस गिरोह में शामिल ज्यादातर साइबर फ्रॉड नालंदा के कतरी सराय के रहने वाले हैं.
"इस पूरे गिरोह का मुख्य सरगना गुलशन कुमार है जिसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर पटना के पत्रकार नगर थाना क्षेत्र के मलाही पकड़ी इलाके में एक फ्लैट में अपना ऑफिस बना रखा था. अपने ऑफिस में गुलशन ने लोगों को फोन कॉल करने के लिए दो लड़कियों को भी बैठा रखा था. यह गिरोह डार्क नेट के जरिए बिहार सहित देश के अन्य बड़े राज्यों के लोगों के डाटा की जानकारी जुटाया करता था और उसी डाटा के आधार पर लोगों को कॉल कर उन्हें विभिन्न बैंक और एजेंसियों के नाम पर होम लोन और अन्य प्रकार के लोन दिलाने का झांसा देकर उन्हें ठगी का शिकार बनाता था."- प्रमोद कुमार, सिटी एसपी पूर्वी
सिटी एसपी प्रमोद कुमार (City SP Pramod Kumar) ने बताया कि यह गिरोह दूसरे लोगों के बैंक के खातों पर साइबर फ्रॉड से जुड़े हुए पैसों को मंगवाया करता था और उसके एवज में अकाउंट होल्डर को राशि का 10 से 20% हिस्सा मुहैया करवाया जाता था. इस गिरोह से जुड़े हुए सदस्य लोगों को कॉल करने के लिए जिस सिम कार्ड का उपयोग किया करते थे उस सिम को भी इनके नामों पर खरीदने का काम किया करते थे.
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दरअसल यह सिम फर्जी नाम और नंबर पर ही खरीदा जाता था और इसी के एवज में इस गिरोह के सदस्य 1 सिम के एवज में 8 हजार रुपए तक खर्च किया करते थे. इन्हीं फर्जी नंबरों के जरिए मलाई पकड़ी इलाके में स्थित स्थाई बस रोड गिरोह के सदस्यों के कार्यालय में बैठी गिरफ्तार दोनों युवतियां लोगों को कॉल कर बेवकूफ बनाकर उनसे साइबर फ्रॉड की घटना को अंजाम देने का काम किया करती थी. साइबर क्राइम के दौरान अपराधी जिस मोबाइल नंबर का इस्तेमाल करते हैं, उस नंबर से वे अपने परिजनों व दोस्तों से बात नहीं करते थे. यदि गिरोह का कोई सदस्य पकड़ा जाता है तो सभी नंबर बदल लेते हैं. यह काम सरगना द्वारा ही किया जाता है.
पटना के पत्रकार नगर थाने की गिरफ्त में आए इस साइबर ठग गिरोह के सदस्यों के पास से कुल 186 पन्नों का डाटा, 1 लाख रुपए कैश, कई बैंकों के एटीएम और डेबिट कार्ड सहित एक दर्जन मोबाइल के साथ-साथ अन्य कई साइबर फ्रॉड से जुड़े सामानों को बरामद किया गया है. फिलहाल इस गिरोह में शामिल अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए पटना सहित आस-पास के जिलों में पटना पुलिस की टीम लगातार छापेमारी करने में जुटी हुई है.
नोट: इस तरह की किसी भी शिकायत के लिए आप इस नंबर्स पर संपर्क कर सकते हैं.- POLICE CONTROL ROOM 100 / 0612-2201977-78
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