पटना: जिले में बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से सचिव सूचना एवं जन सम्पर्क अनुपम कुमार ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के संबंध में जानकारी दी. इस दौरान आयुक्त पटना प्रमंडल संजय कुमार अग्रवाल, सचिव स्वास्थ्य लोकेश कुमार सिंह, अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार, अपर सचिव आपदा प्रबंधन रामचंद्र आदि लोग उपस्थित रहें. इसके साथ ही इस दौरान विभिन्न नदियों के जलस्तर को लेकर सरकार के माध्यम से किए जा रहें कार्यों के संबंध में अद्यतन जानकारी दी गई.
21 लाख 23 हजार 217 राशन कार्ड वितरित
अनुपम कुमार ने बताया कि गैर राशन कार्डधारी सुयोग्य परिवारों के लिए 23 लाख 38 हजार 990 नये राशन कार्ड बनाए गए हैं. इनमें से अब तक 21 लाख 23 हजार 217 राशन कार्ड वितरित किये जा चुके हैं. इस प्रकार करीब 91 प्रतिशत राशन कार्डों का वितरण किया जा चुका है. उन्होंने बताया कि रोजगार सृजन पर भी सरकार का पूरा ध्यान है और लॉकडाउन पीरियड से लेकर अभी तक 5 लाख 55 हजार से अधिक योजनाओं के अंतर्गत 11 करोड़ 42 लाख से अधिक मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है.
सचिव सूचना एवं जन सम्पर्क अनुपम कुमार कोरोना को लेकर पीएमसीएच एनएमसीएच में कई व्यवस्थापटना प्रमंडल के आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि पटना में कोविड-19 के मामलों में इजाफा हुआ है. इसे देखते हुए सरकार ने कई आवश्यक कदम उठाए हैं. पीएमसीएच, एनएमसीएच और एम्स पटना में कोविड-19 के मरीजों का इलाज बेहतर तरीके से हो सके, इसके लिए राज्य सरकार ने आईएएस, आईपीएस और पांच बीएएस पदाधिकारियों को इन तीनों जगहों पर प्रतिनियुक्त किया गया है.
डॉ. विनोद सिंह को बनाया गया अधीक्षकपिछले दिनों एनएमसीएच में शिकायतें मिली थीं, जिसके बाद वहां कंट्रोल रूम सेटअप किया गया और डॉ. विनोद सिंह को नए अधीक्षक के रूप में पदस्थापित किया गया. इसके बाद से स्थिति में काफी सुधार देखी जा रही है. प्रत्येक वार्ड की जबाबदेही अब सीनियर डॉक्टर की होगी. अब प्रत्येक वार्ड में डेडीकेटेड डॉक्टर्स की टीम रहेगी, जो दिन में 6 बार वार्ड में विजिट कर मरीजों का इलाज करेंगे.
हर वार्ड में 24 घंटे डॉक्टर्स की टीम तैनातएनएमसीएच के हर वार्ड में 24 घंटे डॉक्टर्स की टीम रहेगी. उन्होंने बताया कि पीपीई किट पहनकर अधिक देर तक रहना काफी मुश्किल होता है. इसके लिए राज्य सरकार ने यह छूट दी है कि मेडिकल कॉलेज में अधीक्षक आवश्यकतानुसार डॉक्टर्स की ड्यूटी 8 घंटे से घटाकर 4 से 6 घंटे ही सुनिश्चित करें. ऑक्सीजन की पाइपलाइन 165 बेड्स तक पहुंचा दी गई है.
24 घंटे अंतिम संस्कार करने की अनुमतिसंजय अग्रवाल ने बताया कि पीएमसीएच और एनएमसीएच में सीसीटीवी कैमरे अधिष्ठापित किये गए हैं, जिससे कंट्रोल रूम से भी निगरानी की जा सकें. वहीं डेडबॉडी डिस्पोजल करने या परिजनों को सुपुर्द करने में समस्या न हो, इसके लिए जो मजदूर काम पर लगाए गए हैं. उन्हें प्रति डेडबॉडी अतिरिक्त 500 रुपये इंसेंटिव के रूप में दिया जाएगा. बांसघाट पर 24 घंटे अंतिम संस्कार करने की अनुमति भी दी गई है.
24 घंटे में 1,135 लोग स्वस्थ और 1502 नए मामलेस्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना से पिछले 24 घंटे में 1,135 लोग स्वस्थ हुए हैं. अब तक 19,876 लोग कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं. इस प्रकार बिहार का रिकवरी रेट 66.11 प्रतिशत है. 21 जुलाई से अब तक कोविड-19 के 730 मामले प्रतिवेदित हुए हैं, जबकि 20 जुलाई एवं पूर्व के 772 कोरोना संक्रमण के नये मामले भी सामने आए हैं. वर्तमान समय में बिहार में कोविड-19 के 9,981 एक्टिव मरीज हैं.
मास्क न पहनने वालों से जुर्मानाअपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने बताया कि अनलॉक-2 के तहत जारी गाइडलाइन्स का अनुपालन कराया जा रहा है. पिछले 24 घंटे में 07 मामले दर्ज किए गए हैं और 05 व्यक्तियों की गिरफ्तारी भी हुई है. इस दौरान 988 वाहन जब्त किए गये हैं और 27 लाख 21 हजार 800 रूपये की राशि जुर्माने के रुप में वसूली गई है. इस प्रकार 1 जुलाई से अब तक 27 मामले दर्ज किये गये हैं और 22 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है.
गंडक बराज से घटने लगा डिस्चार्जजल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता ने राज्य की विभिन्न नदियों के जलस्तर और बाढ़ सुरक्षात्मक तटबंधों की स्थिति के संबंध में विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने बताया कि गंडक नदी के जलस्तर में कमी आ रही है. वहीं अपराह्न 2 बजे गंडक बराज पर 2 लाख 80 हजार क्यूसेक डिस्चार्ज है. कोसी के जलस्तर में भी तेजी से गिरावट हो रही है. कोसी बराज पर 2 लाख क्यूसेक डिस्चार्ज (जलस्राव) और बराह क्षेत्र में 1.5 लाख का डिस्चार्ज है.
जलस्तर बढ़ने से लोग अलर्टजयनगर और झंझारपुर रेल के पास कमला नदी के जलस्तर में गिरावट आ रही है. बागमती, कमला बलान और गंडक कई जगहों पर अभी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. सभी तटबंध सुरक्षित हैं और सभी लोग अलर्ट हैं. नेपाल प्रभाग में भारी वर्षापात की सूचना नहीं है, इसलिए अनुमान है कि नदियों के जलस्तर में अभी और गिरावट आएगी.
10 जिले के 282 पंचायतें बाढ़ से प्रभावितआपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू ने बताया कि बिहार की विभिन्न नदियों के बढ़े जलस्तर को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से सतर्क है. नदियों के बढ़े जलस्तर से बिहार के 10 जिले सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पश्चिम चम्पारण, खगड़िया एवं पूर्वी चम्पारण के कुल 55 प्रखंडों की 282 पंचायतें प्रभावित हुई हैं. इन जगहों पर आवश्यकतानुसार राहत शिविर चलाए जा रहे हैं.