पटनाः राज्य भर के मस्जिदों में अकीदत के साथ रमजान के चौथे शुक्रवार यानी आखिरी जुमे की नमाज अदा की गई. मुस्लिम धर्म में रमजान के आखिरी जुम्मे की बेहद खास अहमियत है. लिहाजा इसे लेकर सूबे के सभी मस्जिदों में बाकी दिनों के मुकाबले रोजेदारों की खासी भीड़ रही.
पुर्णिया में आखिरी जुम्मे को लेकर खासा उत्साह
पुर्णिया के पुलिस लाइन स्थित मस्जिद में बड़ी संख्या में रोजेदारों ने नमाज अदा की. रमजान के आखिरी जुम्मे को लेकर जहां रोजेदारों में खासा उत्साह दिखा. वहीं इसके बीतने पर रोजेदारों के चेहरे पर मायूसी भी नजर आई. प्रचंड गर्मी से रोजेदार नमाजियों को अधिक परेशानी न हो. इसे लेकर मस्जिदों के बाहर नमाज अदा की जाने वाले परिसर में टेंट और पंखे की भी व्यवस्था की गई थी.
नालंदा में भी रोजेदारों की भीड़
नालंदा जिले में भी रमजान के आखिरी जुम्मे की नमाज को लेकर मस्जिदों मदरसों और खानकाह में काफी भीड़ देखी गई. बिहार शरीफ शहर के बड़े दरगाह मस्जिद, शाही मस्जिद मुरारपुर, नेखु मियां मस्जिद कोना सराय, छज्जू मोहल्ला मस्जिद, सोहसराय, काशी तकिया, महलपर, कागजी मोहल्ला, गढ़पर के अलावा सभी मस्जिदों में नमाजियों की काफी भीड़ देखने को मिली और यहां पहुंचने के बाद रोजेदारों ने पूरे शिद्दत के साथ नमाज अदा की.
इस मौके पर रोजेदारों ने कहा कि इस पावन महीने में वे लोग जितना हो सकता है उतना गरीबों के बीच दान करने का कोशिश करते हैं. गरीबों, जरूरतमंदों के बीच दान कर उनकी मदद करने की कोशिश करते हैं. आखिरी जुम्मा की नमाज अदा करने के बाद सभी रोजेदार ईद की खुशियां मनाने की तैयारी में जुट गए हैं.
अररिया माह ए रमजान का जश्न
उधर अररिया में माह ए रमजान के आखिरी जुमे में जामा मस्जिद , चांदनी चौक पर कुछ वक्त के लिए प्रशासन ने एहतियात के तौर पर बैन लगा दिया. ताकि नमाजी को नमाज के दौरान कोई परेशानी न हो. दूसरे समुदाय के लोगों ने भी एकता का प्रतीक दिखाते हुए कुछ वक्त के लिए अपनी दुकानें हटा ली है. वहीं रमजान के आखिरी जुम्मे को देखते हुए रोजेदारों में भी खासा उत्साह दिखा. इबादत करने वालों में युवा ,बुजुर्ग के अलावा बच्चे भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे.
किशनगंज में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
मुस्लिम बहुल जिला किशनगंज में रमजान की पाक महीने के अंतिम जुम्मे को हजारों रोजेदार ने अलविदा की नमाज अदा की. हल्की धुप और सुहाने मौसम में रोजेदारों ने सड़क में नमाज पढ़ी. अलविदा की नमाज शहर के मुख्य बाजार स्थित बड़ी मस्जिद पर अदा की गई. नमाज अदा करने के लिए किशनगंज शहरी और आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के हजारों नमाजी आए. इस दौरान सुरक्षा की कड़े इंतजाम किए गए थे.
जानें क्यों है अलविदा जुम्मे की खास अहमियत
दरअसल अलविदा जुम्मे की नमाज की मुस्लिम धर्म मे विशेष अहमियत है. इस धर्म मे इसे अफजल जुम्मा कहा गया है. जो बेहद फलदायक होने के साथ ही कुरान शरीफ में दर्शाए गए जन्नत के दरवाजे तक ले जाता है. दरअसल कुरान शरीफ के मुताबिक यह ऐसा आखिरी असरा है. जो हजारों महीनों की इबादत का फल एक साथ देता है. अलविदा की नमाज शुक्रवार को रोजेदारों ने अफसोस के साथ जहानाबाद ईदगाह सहित कई मस्जिदों में अदा किया गया. अलविदा की नमाज अदा करने का फी संख्या में नमाजी मस्जिदों में इकट्ठा हुए थे.