पटना: राजधानी पटना कोरोना का हब बना हुआ है. गरीब भुखमरी की कगार हैं. दूसरी ओर मंत्री विधायक अभी तक मैदान में नजर नहीं आ रहे हैं. जनता अपने सांसद, विधायक और मंत्री को ढूंढ़ रहे हैं, लेकिन विधायक और मंत्री सोशल मीडिया के माध्यम से समाचार पत्रों के माध्यम से प्रेस नोट जारी करके अपनी पीठ थपथपा रहे हैं.
पटना साहिब लोकसभा संसदीय क्षेत्र के सबसे बड़े स्लम बस्ती कमला नेहरू नगर में रहने वाले गरीब लोग पटना साहिब के सांसद और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद से काफी नाराज दिख रहे हैं. लोगों कहना है कि नेताजी वोट के समय तो लोगों के सामने हाथ जोड़ते हैं. झाड़ू तक लगा देते हैं, लेकिन विपदा की घड़ी में अभी तक सांसद की तरफ से कोई मदद नहीं मिली है.
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कमला नेहरू स्लम बस्ती में रहने वाले लोग झुग्गी झोपड़ी में रहकर अपना जीवन यापन करते हैं. रोज कमाते हैं और रोज खाते हैं. बिहार में पूर्ण लॉकडाउन लगाया गया है. इसके बाद से इनका रोजी-रोटी छिन गया है और ये दाने-दाने को मोहताज हो गए हैं. इस विपदा की घड़ी में सभी अपने नेता को याद कर रहे हैं, लेकिन नेताजी तो बिहार छोड़ दिल्ली में आसन लगाए बैठे हैं. नेताजी के कोई कार्यकर्ता भी गरीब तबके के परिवारों को लोगों के लिए कोई मदद नहीं पहुंचा रहे हैं.