पटना: बिहार की राजधानी पटना में लगातार कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. जिसको देखते हुए बिहार सरकार ने नए साल के जश्न पर पटना जू और पटना के पार्कों को 31 दिसंबर से 2 जनवरी तक बंद (All Parks Closed In Patna Till 2 January) करने का निर्णय लिया है. सरकार के इस फैसले पर लोगों ने सवाल उठाते हुए कहा है कि सिर्फ पार्क और जू को बंद (Patna Zoo Closed On New Year Celebration) करने से क्या बढ़ते हुए कोरोना को सरकार रोक पाएगी?
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दरअसल, गुरुवार को राजधानी पटना के पार्कों में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा रहा. वहीं कुछ लोग पार्क में साल के पहले दिन के लिए टिकट बुकिंग करने के लिए भी आये हुए थे, लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी. बोरिंग रोड से आए अविनाश कुमार कहना है कि इस साल फिर से नया साल के जश्न मनाने पर भी पाबंदी लगाई गई है. जिससे काफी निराशा हाथ लगी है.
वहीं पार्क के टिकट के लिए दानापुर से आये राजू कुमार का कहना है कि सरकार नियम तो लगा देती है, लेकिन पालन नहीं हो पाता है. एक तरफ अन्य राज्यों में चुनावी सभाओं में भीड़ हो रही है और बिहार में भी लगातार सभा किया जा रहा है. जिसमें लोगों की भारी भीड़ देखी जा रहा है. लेकिन कोविड गाइडलाइंस सिर्फ और सिर्फ पार्कों और जू के लिए ही लागू हो रही है.
पार्क का टिकट लेने आए राजू कुमार ने सरकार के निर्णय पर सवाल उठाते हुए कहा कि सिर्फ पार्क और जू को बंद करने से क्या बढ़ते हुए कोरोना को सरकार रोक पाएगी. सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर सरकार समय-समय पर इस तरह का ड्रामा करती रहती है. जिससे लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा है. इस साल भी नया साल पर पार्क और पटना जू को बंद किया गया है, यह उचित नहीं है. सरकार को अगर बंद करना था तो एक साथ सब कुछ बंद कर दें. जिससे कोरोना संक्रमण पर लगाम लग सका.
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