पटना (मसौढी): लॉकडाउन के बाद मजदूर वर्ग के लोगों के बीच खाने की समस्य उत्पन्न हो गई है. इसको लेकर सरकार ने राष्ट्रीय खाद्ध सुरक्षा योजना के तहत गरीबों को राशन मुहैया करा रही है.लेकिन मसौढी अनुमंडल के विभिन्न गांव के लोगों को राशन नहीं मिल पा रहा है. जिसको लेकर विभिन्न पंचायतों में आए दिन हंगामा और विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं.
जानकारी के अनुसार कि मसौढ़ी अनुमंडल के धनरूआ प्रखंड में सैकड़ों ऐसे लोग है जिसके पास राशन कार्ड नहीं है. साथ ही इनमें से कई ऐसे लोग हैं जिनके पास राशन कार्ड है तो उनके अंगुठे के निशान घिस गए हैं. जिससे कारण डीलर उन्हें राशन नहीं दे रहा है. कई लोगों के राशन में कटौती भी की जा रही है.
प्रशासनिक पदाधिकारी सिर्फ दे रहे आश्वासन
बता दें कि नियमानुसार प्रति व्यक्ति पांच किलो राशन देना होता है. जिसमे दो किलो गेंहू और तीन किलो चावल के अलावा दो किलो दाल देने कि बात कही गई है. लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि डीलर पांच किलो के बजाय चार किलो ही राशन देता है. उनका कहना है कि ऐसे में गरीबो को मिलने वाले राशन ब्लैक से बेचा जा रहा है. वहीं डीलरों का कहना है की जिनके पास राशन कार्ड नहीं है उन्हें हम राशन कैसे दे सकते हैं. वहीं इस मामले प्रशासनिक पदाधिकारी सिर्फ आश्वासन देते नजर आते हैं. ऐसे में मजदूरों का काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.