पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री और राज्यपाल ने लोगों को ईद की बधाई दी और अपील की थी कि सभी लोग घर पर ही ईद मनाएं और घर पर ही नमाज अदा करें. पटना के लोगों ने ठीक उसी प्रकार ईद की नमाज अदा की. पहली बार ऐसा हुआ कि लोगों ने घर पर मास्क लगाकर नमाज पढ़ा. रमजान का पाक महीना खत्म होने के बाद नए महीने के पहले दिन ही ईद मनाई जाती है.
बिना गले मिले दी गई ईद की बधाई
ईद उल फितर को मीठी ईद के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन मीठे पकवान बनाए जाते हैं. खासतौर पर इस दिन सेंवईं बनती है. लोग इस खास पर्व पर एक दूसरे से गले मिलकर अपने गिले शिकवे दूर करते हैं. इस दिन नए कपड़े पहनकर नमाज अदा करते हुए अमन और चैन की दुआ मांगी जाती है. इस साल लोगों ने नए कपड़े पहन कर नमाज अदा नहीं की लेकिन अमन और चैन की दुआ मांगी. एक दूसरे गले नहीं मिले .
वहीं, लोगों ने कहा कि कोरोना वायरस का खतरा काफी तेजी से बढ़ रहा है यही कारण है कि पहली बार आज घर पर ही नमाज अदा कर रहे हैं. अल्लाह ताला से यही दुआ मांगी है कि जल्द से जल्द यह महामारी खत्म हो जाए और भारत फिर से मुस्कुराए .
'पहली बार बहुत अच्छा लग रहा है'
जब हमने महिलाओं से बात की तो उन्होंने बताया कि काफी अच्छा लग रहा है क्योंकि हर साल घर के पुरुष मस्जिद जाकर नमाज पढ़ते थे और हम घर पर ही पढ़ते थे. पहली बार ऐसा हुआ है कि सबने साथ नमाज अदा की है. घर पर ही सबने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया.
वहीं, नियाज अहमद ने बताया कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए सरकार ने अपील की थी कि घर पर ही नमाज पढ़ें. इसलिए हम सब ने आज घर पर ही नमाज पढ़ी और बिना एक दूसरे से गले मिले ईद की बधाई दी.