पटनाः बिहार में कोरोना महामारी के दौरान आम इंसान को बिजली बिल के भुगतान में काफी परेशानी हो रही है. कोरोना संक्रमण के दौरान काफी लोगों का रोजगार छिन गया है. जिस वजह से आम लोगों को बिजली भुगतान करने में समस्या आ रही है.
डिवीजन मुख्यालय में एक राजस्व काउंटर खुलेंगे
कोरोना काल के दौरान बिजली की खपत में बढ़ोतरी मापी गई है. समय पर बिजली भुगतान नहीं करने वाले उपभोक्ताओं का कनेक्शन भी काट दिया जा रहा है. कोरोना संक्रमण को देखते हुए पेसू ने बिजली जमा करने के लिए हर डिवीजन मुख्यालय में एक राजस्व काउंटर खोलने का निर्णय लिया है. साथ ही सब डिवीजन स्तर पर राजस्व काउंटर को बंद कर दिया गया है.
बिहार में लगातार फैल रहे कोरोना संक्रमण के मद्देनजर उपभोक्ताओं से बिजली विभाग के तरफ से ऑनलाइन बिजली बिल जमा करने की अपील की जा रही है. जिससे लोगों को परेशानी हो रही है.
अप्रैल और मई का फिक्स चार्ज काटा जाएगा
कोरोना महामारी के कारण पेसू ने निर्णय लिया है कि कोरोना संक्रमण के दौरान कंटेंटमेंट और बफर जोन को छोड़ कर सभी इलाकों में मीटर रीडिंग कर बिलिंग जारी रहेगा. पेसू के सभी 13 डिवीजन में उपभोक्ताओं की संख्या 5.50 लाख है. बिजली विभाग ने निर्णय लिया है कि इंडस्ट्रियल और कमर्शियल उपभोक्ताओं का अप्रैल और मई का फिक्स चार्ज काटा जाएगा.
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ऑनलाइन बिजली बिल जमा करने की अपील
बिजली विभाग की तरफ से आम लोगों से अपील की जा रही है कि कोरोना महामारी के दौरान ज्यादा से ज्यादा ऑनलाइन के माध्यम से बिजली बिल का भुगतान करें. लेकिन बिहार में काफी संख्या में बिजली उपभोक्ता ऐसे हैं, जो बिजली बिल अभी भी ऑफलाइन के माध्यम से काउंटर पर जाकर जमा करते हैं.
राज्य सरकार ने लॉकडाउन के दौरान रोजगार पूरी तरह से बंद होने से प्रभावित लोगों को राहत देने के लिए फिक्स चार्ज माफ किया है. अधिक खपत करने वाले उपभोक्ताओं का जुर्माना घटेगा.