पटना: राजधानी में सोमवार से बारिश में कमी आई है, लेकिन इसके बाद भी लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. पटना वासियों ने सरकार पर भी अपना गुस्सा निकाला है. इसी के मद्देनजर लोगों के गुस्से और प्रदर्शन का एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह लोग पानी के बीच खड़े होकर सरकार के खिलाफ अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं. विरोध का तरीका अपने आप में अनोखा है.
'बुधवार तक स्थिति में होगा बहुत सुधार'
बिहार के आपदा प्रबंधन मंत्री लक्ष्मेश्वर राय ने बताया कि भारी बारिश के कारण पटना सहित राज्य के अन्य इलाकों में 40 लोगों की मौत हो गई है. राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की कुल 22 टीमें तैनात की गई हैं, जिसमें से छह टीमें पटना में लगाई गई हैं. भारतीय वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर भी लोगों तक खाने-पीने की चीजें पहुंचा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जलजमाव वाले क्षेत्रों में पानी भी धीरे-धीरे कम हो रहा है. पटना में जलजमाव के हालात सुधारने के लिए बाहर से मंगवाई गयी मशीनों का इस्तेमाल भी किया जा रहा है. मंत्री ने दावा किया कि बुधवार तक स्थिति में बहुत सुधार हो जाएगा.
जलजमाव को हटाया जा रहा है- डीएम
इस बीच सरकार के दावे के बाद भी स्थिति में बहुत सुधार नहीं है. पटना के राजेंद्रनगर और कंकड़बाग इलाकों में अभी भी पांच से छह फीट पानी जमा है. लोगों का कहना है कि भले ही सरकार दावा कर रही है, लेकिन हालात सुधरने में बहुत दिन लग जाएंगे. इधर, राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राज्य सरकार की टीमें पीने का पानी और खाद्य सामग्री वितरित कर रही हैं. बिजली आपूर्ति ठीक करने का काम भी तेजी से किया जा रहा है. पटना डीएम कुमार रवि ने बताया कि राजधानी के कई इलाकों में राहत शिविर संचालित किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि टैंकरों से जलजमाव वाले क्षेत्रों में पानी पहुंचाया जा रहा है.
नदी के बढ़ते जलस्तर से डर रहे हैं लोग
इस बीच, नदियों के जलस्तर में हो रही बढ़ोतरी लोगों को डरा रही है. बिहार के जल संसाधन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को गंगा नदी पटना में दीघाघाट, गांधी घाट, हाथीदह, मुंगेर और भागलपुर में खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. इस बीच सोन नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी से गंगा का जलस्तर बढ़ने की संभवना जताई जा रही है. सोन नदी के इंद्रपुरी बराज से मंगलवार की सुबह छह बजे छोड़ा गया पानी जहां 2.47 क्यूसेक था वहीं आठ बजे यह बढ़कर 2.72 क्यूसेक हो गया था.