पटना: राजधानी पटना वासी एक तरफ अभी कोरोना संक्रमण से उबर भी नहीं पाए हैं तो वहीं, दूसरी तरफ अब उन्हें जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर होना पड़ रहा है. शहर में इन दिनों जिस तरह से गाड़ियों की रफ्तार बढ़ी है, हर तरफ सड़कों पर ट्रैफिक ही नजर आ रहा है. गाड़ियों से निकलने वाले धुंए के कारण शहर की हवा जहरीली हो गई है.
एक्यूआई लेवल 301 से ज्यादा होता है खतरनाक
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के मानक कहता है कि जिन इलाके में एक्यूआई लेवल 301 से अगर अधिक है तो वहां की हवा बहुत ही खराब है वायु प्रदूषण विशेषज्ञों की मानें तो शहर के नगर परिषद और नगर निगम क्षेत्रों में एक्यूआई लेवल बहुत खराब स्थिति में है यानी कुछ इलाके में वहां की हवा जहरीली हो गई है,
शहर की हवा हुई जहरीली
बिहार सरकार द्वारा पटना के विभिन्न इलाकों में प्रदूषण मापने वाली जो मशीन लगाई गई है. जिसके अनुसार शहर की हवा काफी जहरीली हो गई है. गांधी मैदान तारामंडल और सचिवालय इलाके में 200 से 500 मीटर तक चलने वाली हवा में प्रदूषण अधिक है. सचिवालय के पास एक्यूआई लेवल 306 है. वहीं तारामंडल का एक्यूआई लेवल 380 पहुंच गया है. गांधी मैदान इलाके की बात कर तो वहां का एक्यूआई लेवल 340 हो गया है.
- 15 साल से ज्यादा पुरानी गाड़ी
- शहर के आसपास ईंट भट्टा
- कॉमर्शियल इलाके का धुआं
- भवन निर्माण का धूल कण
प्रदूषण से निपटने के उपाय
- हर दिन सड़कों की बेहतर साफ-सफाई
- मास्क का उपयोग करें
- धूल रोकने के लिए पानी का छिड़काव करना होगा
- ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लगाने होंगे
- वाहनाें की संख्या पर कंट्रोल करना होगा