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पटना चिड़ियाघर में छठ पर्व के लिए झील तैयार, करना होगा गाइडलाइन्स का पालन

मान्यताओं के अनुसार, छठ पर्व पर सूर्यदेव को अर्घ्य देने का विधान है. इस पर्व पर सूर्य को अर्घ्य देने और स्नान करने का विशेष महत्व है. यह पूजा साफ सुथरी नदी या तालाब के किनारे की जाती है.

Patna
छठ के लिए घाट तैयार करते मजदूर
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Published : Nov 18, 2020, 1:14 PM IST

Updated : Dec 15, 2020, 5:06 PM IST

पटना: आस्था का महापर्व छठ पूजा बिहार का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है. इस बार कोरोना काल में भी छठ व्रतियों में छठ पूजा को लेकर काफी उत्साह है. इसको लेकर संजय गांधी जैविक उद्यान के झील किनारे भी छठ व्रतियों के लिए घाट बनाकर तैयार किया गया है.

पटना जू उद्यान में छठ घाट बनकर तैयार

संजय गांधी जैविक उद्यान में झील किनारे छठ घाट बनकर तैयार है. जो छठ व्रती संजय गांधी जैविक उद्यान में जाकर छठ करना चाहते हैं, निश्चित तौर पर उन्हें कोविड-19 के नियम का पालन करना होगा और वह संजय गांधी जैविक उद्यान में जाकर अपने सहयोगियों के साथ छठ व्रत कर सकते हैं.

पेश है रिपोर्ट

थर्मल स्क्रीनिंग के बाद मिलेगा प्रवेश

संजय गांधी जैविक उद्यान में प्रवेश करने से पहले सभी लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी. साथ ही छठ व्रती सहित जो लोग उद्यान में प्रवेश करेंगे, उनके पास सैनिटाइजर और मास्क होना अनिवार्य कर दिया गया है.

बैरिकेडिंग की खास व्यवस्था

संजय गांधी जैविक उद्यान में झील किनारे घाट बना रहे मजदूरों का कहना है कि घाट पूरी तरह से बनकर तैयार है. झील किनारे 4 फीट तक पानी में जाकर छठ व्रती भगवान भाष्कर को अर्घ्य दे सकते हैं. झील में ज्यादा पानी होने के कारण बैरिकेडिंग कर उसे घेर दिया गया है. जिससे कि पानी में ज्यादा अंदर तक कोई नहीं जा सके. मजदूरों का कहना है कि झील में पानी काफी है इसीलिए बांस बल्ले से बैरिकेडिंग की गई है. साथ ही झील किनारे सीढ़ी नुमा घाट बनाया गया है. इस काम को अब अंतिम रूप दिया जा रहा है.

आपको बता दें कि सालों से पटना के संजय संजय गांधी जैविक उद्यान में झील किनारे लोग छठ करने आते हैं और इस बार कोरोना वायरस काल होने के बावजूद भी उद्यान प्रशासन ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है. अब देखना यह है कि जो लोग पहले उद्यान में छठ करने आते थे इस बार कोविड-19 के नियम के पालन करते हुए वह संजय गांधी जैविक उद्यान में पहुंचते हैं या नहीं .

पटना: आस्था का महापर्व छठ पूजा बिहार का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है. इस बार कोरोना काल में भी छठ व्रतियों में छठ पूजा को लेकर काफी उत्साह है. इसको लेकर संजय गांधी जैविक उद्यान के झील किनारे भी छठ व्रतियों के लिए घाट बनाकर तैयार किया गया है.

पटना जू उद्यान में छठ घाट बनकर तैयार

संजय गांधी जैविक उद्यान में झील किनारे छठ घाट बनकर तैयार है. जो छठ व्रती संजय गांधी जैविक उद्यान में जाकर छठ करना चाहते हैं, निश्चित तौर पर उन्हें कोविड-19 के नियम का पालन करना होगा और वह संजय गांधी जैविक उद्यान में जाकर अपने सहयोगियों के साथ छठ व्रत कर सकते हैं.

पेश है रिपोर्ट

थर्मल स्क्रीनिंग के बाद मिलेगा प्रवेश

संजय गांधी जैविक उद्यान में प्रवेश करने से पहले सभी लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी. साथ ही छठ व्रती सहित जो लोग उद्यान में प्रवेश करेंगे, उनके पास सैनिटाइजर और मास्क होना अनिवार्य कर दिया गया है.

बैरिकेडिंग की खास व्यवस्था

संजय गांधी जैविक उद्यान में झील किनारे घाट बना रहे मजदूरों का कहना है कि घाट पूरी तरह से बनकर तैयार है. झील किनारे 4 फीट तक पानी में जाकर छठ व्रती भगवान भाष्कर को अर्घ्य दे सकते हैं. झील में ज्यादा पानी होने के कारण बैरिकेडिंग कर उसे घेर दिया गया है. जिससे कि पानी में ज्यादा अंदर तक कोई नहीं जा सके. मजदूरों का कहना है कि झील में पानी काफी है इसीलिए बांस बल्ले से बैरिकेडिंग की गई है. साथ ही झील किनारे सीढ़ी नुमा घाट बनाया गया है. इस काम को अब अंतिम रूप दिया जा रहा है.

आपको बता दें कि सालों से पटना के संजय संजय गांधी जैविक उद्यान में झील किनारे लोग छठ करने आते हैं और इस बार कोरोना वायरस काल होने के बावजूद भी उद्यान प्रशासन ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है. अब देखना यह है कि जो लोग पहले उद्यान में छठ करने आते थे इस बार कोविड-19 के नियम के पालन करते हुए वह संजय गांधी जैविक उद्यान में पहुंचते हैं या नहीं .

Last Updated : Dec 15, 2020, 5:06 PM IST
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