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पटना छात्र संघ का सरकार को अल्टीमेटम... पांच दिन का समय, ADM केके सिंह को बर्खास्त करे

पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष ने शिक्षक अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज मामले का विरोध करते हुए बिहार सरकार को अल्टीमेटम दिया है कि यदि पांच दिन के अंदर ADM केके सिंह के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है तो पूरे पटना का घेराव किया जाएगा. छात्र संघ ने एडीएम को बर्खास्त करने की मांग की है.

लाठीचार्ज मामले पर पटना विवि छात्र संघ की प्रेस कॉन्फ्रेंस
लाठीचार्ज मामले पर पटना विवि छात्र संघ की प्रेस कॉन्फ्रेंस
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Published : Aug 23, 2022, 4:57 PM IST

पटना: शिक्षक बहाली की मांग कर रहे अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज मामले में बिहार सरकार की जमकर आलोचना हो रही है. अब इस मामले में पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ की भी इंट्री हो गयी है. मंगलवार को पटना विवि छात्र संघ कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित किया गया था. जिसमें पटना विवि छात्र संघ अध्यक्ष मनीष कुमार यादव (PU Students Union President Manish Yadav) ने लाठीचार्ज की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि सरकार बहुत अधिक हावी हो गयी है. वह हर प्रदर्शन को कुचलना चाहती है. अफसरशाही प्रदेश में लोकतंत्र को खत्म करना चाहती है, ताकि नौजवान रोजगार की मांग ना करे.

यह भी पढ़ें: शिक्षक बहाली की मांग को लेकर सड़क पर उतरे अभ्यर्थी, शिक्षा मंत्री की अपील.. थोड़ा वक्त दें


ADM को बर्खास्त की मांग: छात्र संघ अध्यक्ष ने आगे कहा कि सरकार चाहती है कि रोजगार की मांग को लेकर किसी प्रकार का कोई विरोध प्रदर्शन ना करें, लेकिन छात्र-नौजवान प्रशासन के इस तानाशाही रवैया के आगे नहीं झुकेंगे. उन्होंने शिक्षक अभ्यर्थी पर लाठचार्ज करने वाले एडीएम केके सिंह (ADM KK Singh) पर हमला करते हुए कहा कि वे अब तक पद पर क्यों बने हुए हैं, यह सवालों के घेरे में है. एक तरफ 15 अगस्त को हर घर तिरंगा अभियान चलाया जाता है तो दूसरी तरफ तिरंगा लिए छात्र पर बर्बर तरीके से लाठी से पीटा जाता है.

यह भी पढ़ें: नियोजन की मांग को लेकर शिक्षक अभ्यर्थियों का पटना में धरना जारी, कहा.. मांग पूरी होने तक करेंगे प्रदर्शन

बिहार सरकार को अल्टीमेटम: उन्होंने मांग की है कि दोषी एडीएम केके सिंह को बर्खास्त कर उन पर 307 के तहत मुकदमा दर्ज किया जाए. इसके अलावा पटना डीएम के संलिप्तता की भी जांच की जाए. बिहार सरकार को अल्टीमेटम देते हुए आगे कहा कि दोषी अधिकारियों पर 5 दिन के अंदर कड़ी कार्रवाई की जाए अन्यथा तमाम छात्र संगठन और पूरे प्रदेश से सीटेट और एसटीइटी अभ्यर्थी पूरे पटना का घेराव करेंगे. छात्र संघ अध्यक्ष ने आगे कहा कि इसी प्रकार अगर छात्रों की मांग करने पर उन पर यदि लाठीचार्ज किया जाएगा तो भविष्य में बिहार की धरती पर कोई आंदोलन नहीं होगा और छात्र आत्महत्या करने को विवश होंगे.

अस्पताल में भर्ती घायल शिक्षक अभ्यर्थी: छात्र संघ ने आरोप लगाते हुए कहा कि शिक्षक अभ्यर्थियों पर पुलिस ने जानलेवा हमला किया है. कई अभ्यर्थी गंभीर रूप से जख्मी है. उनका पीएमसीएच में इलाज चल रहा है. ऐसी स्थिति में भी सरकार का कोई प्रतिनिधि उनसे मिलने नहीं गया है. इसके बजाय पुलिस इन अभ्यर्थियों की छापेमारी कर रही है, जो जख्मी है.

पीएमसीएच में जाकर पुलिस इलाजरत अभ्यर्थियों पर मुकदमा दर्ज कर रही है. ऐसे में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Deputy CM Tejaswhi Yadav) जो घटना के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहते हैं कि दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई होगी तो वह बताएं कि क्या यही कार्रवाई की प्रक्रिया है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुछ घायल शिक्षक अभ्यर्थी भी शामिल हुए थे.

यह है पूरा मामला: बीते सोमवार को सातवें चरण के शिक्षक नियोजन की मांग (7th Phase Teacher Recruitment) कर रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया. इस दौरान पटना के लॉ एंड आर्डर के एडीएम केके सिंह (ADM KK Singh Lathi Charge In Patna) ने डाकबंगला चौराहा पर प्रदर्शन कर रहे एक अभ्यर्थी को लाठी से इतना मारा कि उसका सिर फूट गया. जिस कारण वह बेहोश हो गया. यही नहीं जब मीडिया कर्मियों ने उनसे सवाल पूछना चाहा तो उन्होंने हाथापाई शुरू कर दी.

जब एडीएम उसे लाठी से मार रहे थे, उस समय अभ्यर्थी के हाथ में तिरंगा था. हालांकि, उन्होंने बाद में यह कहकर स्पष्टीकरण दिया था कि अभ्यर्थी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपशब्द कह रहा था और नियोजन की मांग कर रहा था. यह पूरा घटनाक्रम मीडिया में आने के बाद बिहार सरकार की जमकर आलोचना हो रही है. अब छात्र संघ भी मामले को लेकर विरोध करने लगे हैं.

पटना: शिक्षक बहाली की मांग कर रहे अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज मामले में बिहार सरकार की जमकर आलोचना हो रही है. अब इस मामले में पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ की भी इंट्री हो गयी है. मंगलवार को पटना विवि छात्र संघ कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित किया गया था. जिसमें पटना विवि छात्र संघ अध्यक्ष मनीष कुमार यादव (PU Students Union President Manish Yadav) ने लाठीचार्ज की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि सरकार बहुत अधिक हावी हो गयी है. वह हर प्रदर्शन को कुचलना चाहती है. अफसरशाही प्रदेश में लोकतंत्र को खत्म करना चाहती है, ताकि नौजवान रोजगार की मांग ना करे.

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ADM को बर्खास्त की मांग: छात्र संघ अध्यक्ष ने आगे कहा कि सरकार चाहती है कि रोजगार की मांग को लेकर किसी प्रकार का कोई विरोध प्रदर्शन ना करें, लेकिन छात्र-नौजवान प्रशासन के इस तानाशाही रवैया के आगे नहीं झुकेंगे. उन्होंने शिक्षक अभ्यर्थी पर लाठचार्ज करने वाले एडीएम केके सिंह (ADM KK Singh) पर हमला करते हुए कहा कि वे अब तक पद पर क्यों बने हुए हैं, यह सवालों के घेरे में है. एक तरफ 15 अगस्त को हर घर तिरंगा अभियान चलाया जाता है तो दूसरी तरफ तिरंगा लिए छात्र पर बर्बर तरीके से लाठी से पीटा जाता है.

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बिहार सरकार को अल्टीमेटम: उन्होंने मांग की है कि दोषी एडीएम केके सिंह को बर्खास्त कर उन पर 307 के तहत मुकदमा दर्ज किया जाए. इसके अलावा पटना डीएम के संलिप्तता की भी जांच की जाए. बिहार सरकार को अल्टीमेटम देते हुए आगे कहा कि दोषी अधिकारियों पर 5 दिन के अंदर कड़ी कार्रवाई की जाए अन्यथा तमाम छात्र संगठन और पूरे प्रदेश से सीटेट और एसटीइटी अभ्यर्थी पूरे पटना का घेराव करेंगे. छात्र संघ अध्यक्ष ने आगे कहा कि इसी प्रकार अगर छात्रों की मांग करने पर उन पर यदि लाठीचार्ज किया जाएगा तो भविष्य में बिहार की धरती पर कोई आंदोलन नहीं होगा और छात्र आत्महत्या करने को विवश होंगे.

अस्पताल में भर्ती घायल शिक्षक अभ्यर्थी: छात्र संघ ने आरोप लगाते हुए कहा कि शिक्षक अभ्यर्थियों पर पुलिस ने जानलेवा हमला किया है. कई अभ्यर्थी गंभीर रूप से जख्मी है. उनका पीएमसीएच में इलाज चल रहा है. ऐसी स्थिति में भी सरकार का कोई प्रतिनिधि उनसे मिलने नहीं गया है. इसके बजाय पुलिस इन अभ्यर्थियों की छापेमारी कर रही है, जो जख्मी है.

पीएमसीएच में जाकर पुलिस इलाजरत अभ्यर्थियों पर मुकदमा दर्ज कर रही है. ऐसे में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Deputy CM Tejaswhi Yadav) जो घटना के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहते हैं कि दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई होगी तो वह बताएं कि क्या यही कार्रवाई की प्रक्रिया है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुछ घायल शिक्षक अभ्यर्थी भी शामिल हुए थे.

यह है पूरा मामला: बीते सोमवार को सातवें चरण के शिक्षक नियोजन की मांग (7th Phase Teacher Recruitment) कर रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया. इस दौरान पटना के लॉ एंड आर्डर के एडीएम केके सिंह (ADM KK Singh Lathi Charge In Patna) ने डाकबंगला चौराहा पर प्रदर्शन कर रहे एक अभ्यर्थी को लाठी से इतना मारा कि उसका सिर फूट गया. जिस कारण वह बेहोश हो गया. यही नहीं जब मीडिया कर्मियों ने उनसे सवाल पूछना चाहा तो उन्होंने हाथापाई शुरू कर दी.

जब एडीएम उसे लाठी से मार रहे थे, उस समय अभ्यर्थी के हाथ में तिरंगा था. हालांकि, उन्होंने बाद में यह कहकर स्पष्टीकरण दिया था कि अभ्यर्थी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपशब्द कह रहा था और नियोजन की मांग कर रहा था. यह पूरा घटनाक्रम मीडिया में आने के बाद बिहार सरकार की जमकर आलोचना हो रही है. अब छात्र संघ भी मामले को लेकर विरोध करने लगे हैं.

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