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नए सत्र के लिए पटना विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा के 5000 सीटों में से 1060 पर हुआ नामांकन

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Published : Jan 26, 2021, 3:43 PM IST

कोरोना के दौरान डिस्टेंस एजुकेशन के महत्व को देखते हुए इस साल के सत्र के लिए यूजीसी ने पटना विश्वविद्यालय को डिस्टेंस मोड का भी सेशन चलाने की अनुमति दी है.

Patna University
पटना विश्वविद्यालय

पटना: बिहार में एकमात्र विश्वविद्यालय पटना विश्वविद्यालय ही है जहां रेगुलर और डिस्टेंस दोनों मोड में पढ़ाई होती है. नैक की तरफ से पटना विवि को बी+ श्रेणी का विश्वविद्यालय होने का दर्जा प्राप्त है. यूजीसी के नियम के तहत देश के उन्हीं विश्वविद्यालयों को रेगुलर और डिस्टेंस मोड में पढ़ाई कराने की अनुमति मिलती है जिसका नैक की तरफ से 'ए' ग्रेड का दर्जा प्राप्त होता है.

कोरोना के दौरान डिस्टेंस एजुकेशन के महत्व को देखते हुए इस साल के सत्र के लिए यूजीसी ने पटना विश्वविद्यालय को डिस्टेंस मोड का भी सेशन चलाने की अनुमति दी है. पटना विश्वविद्यालय के डिस्टेंस एजुकेशन में किन विषयों की पढ़ाई कराई जाती है और नए सत्र के नामांकन की क्या स्थिति है इसके बारे में जानकारी दी पटना विश्वविद्यालय के डायरेक्टरेट ऑफ डिस्टेंस एजुकेशन के डायरेक्टर प्रोफेसर जावेद हयात ने.

देखें रिपोर्ट
पटना विश्वविद्यालय के डीडीई के डायरेक्टर प्रो. जावेद हयात ने बताया कि विश्वविद्यालय के डिस्टेंस एजुकेशन में विभिन्न विषयों के 5350 सीटों पर नए सत्र के लिए 1060 एडमिशन हुए हैं. उन्होंने बताया कि डिस्टेंस एजुकेशन में बीए के 12 विषयों की पढ़ाई होती है. बीकॉम की पढ़ाई होती है और इसके अलावा बैचलर में दो प्रोफेशनल कोर्स लाइब्रेरी साइंस और कंप्यूटर एप्लीकेशंस की भी पढ़ाई होती है.

उन्होंने बताया कि इसके अलावा चार विषयों में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा कोर्सेज की पढ़ाई होती है जो है पीजी डिप्लोमा इन फाइनेंशियल मैनेजमेंट, पीजी डिप्लोमा इन मार्केटिंग मैनेजमेंट, पीजी डिप्लोमा इन ऑपरेशन मैनेजमेंट (मार्केटिंग) और पीजी डिप्लोमा इन जर्नलिज्म. पीजी डिप्लोमा के सभी चारों कोर्सेज में 100-100 सीट हैं. विश्वविद्यालय के डिस्टेंस एजुकेशन में साइंस स्ट्रीम की पढ़ाई नहीं होती है और ना ही मास्टर्स के किसी डिग्री कोर्स की पढ़ाई होती है.

नए सत्र के लिए बंद है नामांकन
प्रोफेसर जावेद हयात ने कहा "नए सत्र के नामांकन के लिए आखिरी तिथि 31 नवंबर थी जिसे यूजीसी ने बढ़ाकर 31 दिसंबर किया था और अब नए सत्र के नामांकन की प्रक्रिया बंद हो चुकी है. नामांकन के लिए आवेदन की शुरुआती तिथि और आखिरी तिथि विश्वविद्यालय तय नहीं करता बल्कि यूजीसी करता है. सभी विश्वविद्यालयों के डिस्टेंस एजुकेशन के नामांकन प्रक्रिया के लिए डेट तय करना यूजीसी का क्षेत्राधिकार है और यह विश्वविद्यालय के क्षेत्राधिकार से बाहर है. अभी भी प्रतिदिन काफी संख्या में विश्वविद्यालय में छात्र आते हैं जो नए सत्र में नामांकन कराना चाहते हैं मगर यूजीसी ने नामांकन प्रक्रिया बंद कर दी है ऐसे में छात्र वंचित हो रहे हैं. इन छात्रों की लगातार मांग है कि नए सत्र के लिए एडमिशन प्रक्रिया कुछ दिनों के लिए फिर से ओपन किया जाए. सभी कोर्सेज में काफी संख्या में सीट बचे हुए हैं. एकमात्र कोर्स बीसीए में सभी 30 सीटों पर नामांकन पूरा हो चुका है.

पटना विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय में चलने वाले कोर्स और उनके सीटों की संख्या

बैचलर ऑफ आर्ट्सऑनर्स पेपरसीटों की संख्या
एनसिएंट इंडियन हिस्ट्री20
इकोनॉमिक्स250
इंग्लिश200
ज्योग्राफी300
हिंदी100
फिलॉसफी20
हिस्ट्री700
पॉलिटिकल साइंस700
साइकोलॉजी110
सोशियोलॉजी200
स्टैटिसटिक्स20
उर्दू50
बैचलर ऑफ कॉमर्सअकाउंट्स2100
बैचलर इन लाइब्रेरी एंड इनफॉरमेशन साइंस150
बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन30

पटना: बिहार में एकमात्र विश्वविद्यालय पटना विश्वविद्यालय ही है जहां रेगुलर और डिस्टेंस दोनों मोड में पढ़ाई होती है. नैक की तरफ से पटना विवि को बी+ श्रेणी का विश्वविद्यालय होने का दर्जा प्राप्त है. यूजीसी के नियम के तहत देश के उन्हीं विश्वविद्यालयों को रेगुलर और डिस्टेंस मोड में पढ़ाई कराने की अनुमति मिलती है जिसका नैक की तरफ से 'ए' ग्रेड का दर्जा प्राप्त होता है.

कोरोना के दौरान डिस्टेंस एजुकेशन के महत्व को देखते हुए इस साल के सत्र के लिए यूजीसी ने पटना विश्वविद्यालय को डिस्टेंस मोड का भी सेशन चलाने की अनुमति दी है. पटना विश्वविद्यालय के डिस्टेंस एजुकेशन में किन विषयों की पढ़ाई कराई जाती है और नए सत्र के नामांकन की क्या स्थिति है इसके बारे में जानकारी दी पटना विश्वविद्यालय के डायरेक्टरेट ऑफ डिस्टेंस एजुकेशन के डायरेक्टर प्रोफेसर जावेद हयात ने.

देखें रिपोर्ट
पटना विश्वविद्यालय के डीडीई के डायरेक्टर प्रो. जावेद हयात ने बताया कि विश्वविद्यालय के डिस्टेंस एजुकेशन में विभिन्न विषयों के 5350 सीटों पर नए सत्र के लिए 1060 एडमिशन हुए हैं. उन्होंने बताया कि डिस्टेंस एजुकेशन में बीए के 12 विषयों की पढ़ाई होती है. बीकॉम की पढ़ाई होती है और इसके अलावा बैचलर में दो प्रोफेशनल कोर्स लाइब्रेरी साइंस और कंप्यूटर एप्लीकेशंस की भी पढ़ाई होती है.

उन्होंने बताया कि इसके अलावा चार विषयों में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा कोर्सेज की पढ़ाई होती है जो है पीजी डिप्लोमा इन फाइनेंशियल मैनेजमेंट, पीजी डिप्लोमा इन मार्केटिंग मैनेजमेंट, पीजी डिप्लोमा इन ऑपरेशन मैनेजमेंट (मार्केटिंग) और पीजी डिप्लोमा इन जर्नलिज्म. पीजी डिप्लोमा के सभी चारों कोर्सेज में 100-100 सीट हैं. विश्वविद्यालय के डिस्टेंस एजुकेशन में साइंस स्ट्रीम की पढ़ाई नहीं होती है और ना ही मास्टर्स के किसी डिग्री कोर्स की पढ़ाई होती है.

नए सत्र के लिए बंद है नामांकन
प्रोफेसर जावेद हयात ने कहा "नए सत्र के नामांकन के लिए आखिरी तिथि 31 नवंबर थी जिसे यूजीसी ने बढ़ाकर 31 दिसंबर किया था और अब नए सत्र के नामांकन की प्रक्रिया बंद हो चुकी है. नामांकन के लिए आवेदन की शुरुआती तिथि और आखिरी तिथि विश्वविद्यालय तय नहीं करता बल्कि यूजीसी करता है. सभी विश्वविद्यालयों के डिस्टेंस एजुकेशन के नामांकन प्रक्रिया के लिए डेट तय करना यूजीसी का क्षेत्राधिकार है और यह विश्वविद्यालय के क्षेत्राधिकार से बाहर है. अभी भी प्रतिदिन काफी संख्या में विश्वविद्यालय में छात्र आते हैं जो नए सत्र में नामांकन कराना चाहते हैं मगर यूजीसी ने नामांकन प्रक्रिया बंद कर दी है ऐसे में छात्र वंचित हो रहे हैं. इन छात्रों की लगातार मांग है कि नए सत्र के लिए एडमिशन प्रक्रिया कुछ दिनों के लिए फिर से ओपन किया जाए. सभी कोर्सेज में काफी संख्या में सीट बचे हुए हैं. एकमात्र कोर्स बीसीए में सभी 30 सीटों पर नामांकन पूरा हो चुका है.

पटना विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय में चलने वाले कोर्स और उनके सीटों की संख्या

बैचलर ऑफ आर्ट्सऑनर्स पेपरसीटों की संख्या
एनसिएंट इंडियन हिस्ट्री20
इकोनॉमिक्स250
इंग्लिश200
ज्योग्राफी300
हिंदी100
फिलॉसफी20
हिस्ट्री700
पॉलिटिकल साइंस700
साइकोलॉजी110
सोशियोलॉजी200
स्टैटिसटिक्स20
उर्दू50
बैचलर ऑफ कॉमर्सअकाउंट्स2100
बैचलर इन लाइब्रेरी एंड इनफॉरमेशन साइंस150
बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन30
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