पटना: राजधानी को स्मार्ट सिटी बनाने को लेकर नगर निगम और स्मार्ट सिटी की तरफ से कई योजनाएं पास हुई हैं. लेकिन, दोनों की सहमति नहीं बनने के कारण काम अधर में अटका हुआ है. कई प्रोजेक्ट्स ऐसे हैं जिनपर अभी काम शुरू भी नहीं किया गया है. जिसको लेकर अब नगर निगम पर सवाल उठना शुरू हो गया है.
पटना नगर निगम के कार्यों पर सरकार कई बार सवाल खड़ा कर चुकी है. वहीं, अब पटना के पार्षदों से उनके वार्ड की जनता काम को लेकर सवाल पूछ रही है. दरअसल, पटना नगर निगम की तरफ से हर वार्ड में जन सुविधा केंद्र और वेंडिंग जोन पास किया गया था और स्मार्ट सिटी को इन कामों को पूरा करना था. लेकिन, कुछ जगहों पर जन सुविधा केंद्र और वेंडिंग जोन बन तो गए. लेकिन, बने हुए जगहों पर आम लोगों को कोई सुविधा नहीं मिल रही है.
2 साल बीतने का बाद काम में देरी
इस पूरे मामले पर नगर निगम के सशक्त स्थाई समिति के सदस्य आशीष कुमार ने बताया कि पटना के हर वार्ड में जन सुविधा केंद्र बनाने और वेंडिंग जोन का काम मामला सुस्ती में चल रहा है. इन दोनों योजनाओं को स्मार्ट सिटी के अंतर्गत रखा गया था. उन्होंने कहा कि लगभग 2 साल बीत जाने को हैं. लेकिन, कई काम अभी तक अटका है. उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने प्रत्येक वार्ड में जन सुविधा केंद्र बनाने के लिए नगर निगम से जमीन मांगी थी. जिसको लेकर काफी समस्या सामने आ रही है.
जमीन को लेकर फंसा मामला
बता दें कि नगर निगम की जमीन हर वार्ड में उपलब्ध नहीं है. जिसको लेकर दूसरी जगह जमीन मुहैया कराने को बात कही गई. लेकिन, जिन जगहों पर जमीन मुहैया कराई जा रही है, वह पहले से पथ निर्माण विभाग और भवन निर्माण के अधीन है. जिस कारण जमीन मिलने में काफी परेशानी हो रही है. ऐसे में स्मार्ट सिटी लिमिटेड को ऐसी समस्याओं के निदान के लिए अपने स्तर से भी पहल करनी चाहिए.
ये भी पढ़ें:- दलित वोटबैंक पर JDU की नजर, विधानसभा चुनाव को लेकर सक्रिय हुआ प्रकोष्ठ
98 वेंडिंग जोन बनाने की योजना
बता दें कि पटना नगर निगम के 75 वार्डों में जन सुविधा केंद्र बनाने की योजना है. वहीं, 98 वेंडिंग जोन बनाने की योजना भी थी. जिसमें कुछ वेंडिग जोन बन तो गए. लेकिन, काम में सुस्ती के चलते यह योजना अधर में लटका हुआ है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि पटना नगर निगम पटना को स्मार्ट कैसे बनाएगा.