पटना: बिहार की राजधानी पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कारकेड पर पथराव किया गया था. इस मामले में कुल 23 लोगों की पहचान की गई है. जिनमें से अबतक 13 लोगों की गिरफ्तारी (13 People Were Arrest In Patna) की गई है. पटना जिलाधिकारी (DM Patna Chandra Shekhar Singh) ने इसे गंभीरता से लेते हुए अपर जिला दंडाधिकारी (विधि व्यवस्था) और पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) की संयुक्त टीम गठित कर 24 घंटे के अंदर जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया.
ये भी पढ़ें- पटना में CM नीतीश के कारकेड पर पथराव, 11 लोग गिरफ्तार
सीएम के कारकेड पर पत्थरबाजी: बताया जाता है कि सोहगी गांव में एक युवक बीते 7 अगस्त को घर से अपने चार दोस्तों के साथ गाय घाट स्थित गंगा नदी में नहाने के लिए निकला था. जिसके बाद वह लापता हो गया था. काफी खोजबीन के बाद भी जब नहीं मिला तब जाकर परिजनों ने थाने में गुमशुदगी का रिपोर्ट लिखाया था. उसके बाद पुलिस जांच में जुटी थी लेकिन पुलिस को किसी प्रकार की कोई जानकारी नहीं मिली जिसके बाद परिजनों को उस युवक की लाश मिली जिसके बाद से ही गांव में सड़क पर युवक के लाश को रखकर हंगामा कर रहे हैं. इसी बीच वहां से सीएम नीतीश कुमार का कारकेड गुजर रहा था, जिसपर गुस्साये ग्रामीणों ने पत्थरबाजी कर दिया.
सिटी एसपी ने थानाध्यक्ष को किया तलब: उसी मामले में जांच पड़ताल में लगे सिटी एसपी ने गौरीचक थानाध्यक्ष से पूछताछ की. उन्होंने थानाध्यक्ष से सवाल किया कि बीते 7 अगस्त को लापता हुए युवक की बरामदगी के लिए कब और कैसे प्रयास किया गया. वहीं युवक के दोस्तों से पूछताछ करने के बाद कैसे छोड़ दिया गया. इसके अलावा हंगामे की सूचना वरीय अधिकारियों को क्यों नहीं दिया गया.
ये भी पढ़ें- बिहार का अशुभ सरकारी बंगला.. यहां कदम रखते ही शुरू हो जाते हैं डिप्टी सीएम के बुरे दिन