पटना: मेयर सीता साहू की अध्यक्षता में शनिवार को पटना नगर निगम की स्टैंडिग कमेटी की बैठक हुई. बैठक में 6 एजेंडों पर मुहर लगी. फैसला लिया गया कि वार्डों के विकास के लिए नगर निगम अपने मद से सभी वार्ड पार्षदों को एक-एक करोड़ रुपए देगा.
पार्षद प्राथमिकता के अनुसार अपने वार्डों में 12 माह में 1 करोड़ रुपए खर्च कर सकेंगे. नगर निगम अपनी कमाई के हिस्से से पार्षदों को रकम उपलब्ध कराएगा. नगर निगम में अगले साल अप्रैल और मई माह में चुनाव होना है. इस लिहाज से यह फैसला अहम है.
"पटना नगर निगम में 75 पार्षद हैं. यानि 75 करोड़ रुपए का काम पटना में हो सकेगा. जनवरी 2021 से दिसंबर 2021 तक पार्षद इस राशि को खर्च कर पाएंगे. सामुदायिक भवन, सड़क, नली, गली या कोई अन्य काम पार्षद अपनी प्राथमिकता से करा पाएंगे."- सीता साहू, मेयर
कार्यपालक पदाधिकारी खर्च कर पाएंगे 7.5 लाख
बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि नगर निगम के सभी अंचलों के कार्यपालक पदाधिकारी अपने विवेक के आधार पर अपने अंचलों में विभिन्न प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए 7.50 लाख रुपए तक खर्च कर सकेंगे. बैठक में राज्य के भूमिहीन थाना ओपी भवन के निर्माण के लिए अंतविभार्गीय भूमी हस्तांतरण के लिए अनापति प्रमाण पात्र निर्गत करने को स्वीकृति मिली. इसके साथ ही नगर निगम क्षेत्र में प्रदूषण कम करने के लिए कार्य योजना तैयार करने का फैसला हुआ है.
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बैठक में वार्ड संख्या 49 के सफाई निरीक्षक प्रभारी विनोद कुमार की संविदा विस्तार को लेकर स्वीकृति नहीं मिली. वहीं, शाखा पदाधिकारी मोहम्मद सलीम अहमद की सेवा विस्तार पर सहमती मिली है. शखा पदाधिकारी निगम में दो साल तक और काम कर सकते हैं.
गौरतलब है कि राशि नहीं मिलने के चलते सभी वार्ड पार्षद मेयर सीता साहू पर पक्षपात का आरोप लगा रहे थे. उन लोगों का कहना था कि मेयर अपने मनपसंद पार्षदों को राशि उपलब्ध करवाती हैं. इसके चलते मेयर ने स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में सभी पार्षदों को 1-1 करोड़ रुपए देने का फैसला किया. अब देखने वाली बात होगी कि इससे वार्डों का कितना विकास होता है.