पटना: सफाई कर्मियों की हड़ताल लगातार पांचवें दिन भी जारी रही. राजधानी में साफ-सफाई पूरी तरह चौपट है. जगह-जगह कूड़े का अंबार लगा हुआ है. महामारी की आशंका बढ़ गई है. ऐसे में जिला प्रशासन ने सफाई कर्मियों के बजाय मशीनों का सहारा लेना शुरू कर दिया है.
शुक्रवार को वीरचंद पटेल पथ पर पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में मशीन के माध्यम से सड़क की साफ-सफाई की गई. सफाई मशीन के आगे इमरजेंसी रिस्पांस टीम घूमती नजर आई. जिस पर कई पुलिस बल के जवान मौजूद रहे, ताकि उपद्रवी तत्व मशीन को कोई नुकसान ना पहुंचा सके.
पटना में सफाई की हालत बदतर
पटना नगर निगम ने मशीनों के माध्यम से कुछ इलाकों में सड़कों की सफाई की. जानकारी के मुताबिक पटना से प्रतिदिन 800 मैट्रिक टन कचरा निकलता है. ऐसे में पिछले 5 दिनों से सफाई नहीं होने से काफी कचरा जमा हो गया है. कचरे के कारण आम लोगों का जीना दूभर हो रहा है, कई जगह मरे हुए जानवर सड़ रहे हैं.
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खड़े हो रहे सवाल
हालांकि, ऐसे में ये सवाल उठ रहा है कि नगर निगम केवल वीवीआईपी इलाके में साफ-सफाई को लेकर सतर्क क्यों है. जो तत्परता वीवीआईपी इलाकों में दिखाई पड़ रही है, वही तत्परता शहर के आम मुहल्लों में क्यों नहीं दिख रही है.