पटना : बिहार की राजधानी पटना के अंबुजा मॉल में लगाई गई दशमेश पिता श्री गुरुगोबिंद सिंह जी महाराज की मूर्ति को विरोध के बाद हटा लिया गया है. पटना साहिब प्रबंध कमेटी के हस्तक्षेप के बाद मॉल प्रबंधन ने ये मूर्ति हटाई है. कमेटी की तरफ से मॉल प्रबंधन के संज्ञान में लाया गया कि सिक्ख धर्म में मूर्ति पूजा वर्जित है. इसलिए लगाई गई मोम की मूर्ति को हटाया जाए. मॉल प्रबंधन ने कमेटी की बातों का सम्मान करते हुए माफीनामा देकर हटा लिया.
''मुझे जानकारी मिली कि पटना के एक मॉल में एक बुत बनाया गया है जो कि गुरुगोबिंद सिंह साहिब जी से मिलता जुलता है. जब हमारी टीम पटना मॉल में पहुंची तो वहां देखा तो कई धर्मों और महापुरुषों की मूर्ति लगी हुई थी. हमने जब अपने धर्म में मूर्ति पूजा को नहीं मानने वाली बात बताई तो उन्होंने माफी मांगते हुए उस मूर्ति को वहां से हटा लिया.''- लखविंदर सिंह लक्खा, कनीय उपाध्यक्ष, तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब
विरोध के बाद गुरु साहब की हटाई गई मूर्ति : अपने माफीनामे में अंबुजा मॉल प्रबंधन ने अपनी गलती स्वीकार कर पटना साहिब प्रंबध कमेटी को माफीनामा भी लिखकर दिया है. इस मामले में प्रबंध कमेटी के कनीय उपाध्यक्ष लखविंदर सिंह लक्खा ने बताया कि मॉल के प्रबंधन को जब बताया गया कि सिक्ख धर्म में किस तरह मूर्ति पूजा वर्जित है तो उन्होंने कमेटी की बातों को सुनकर माफी नामा सौंपा और फिर मॉल से मोम के स्टैचू को हटाया गया.
इस घटना को बताया गया षड़यंत्र : बता दें कि इस मूर्ति को लेकर कई लोगों ने सोशल मीडिया के जरिए कई राजनेताओं ने भी अपना विरोध जताया था. पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसमिरत कौर ने भी इस मूर्ति को लेकर आपत्ति जताई थी. तब उन्होंने कहा था कि इस तरह से सिक्ख धर्म को कमजोर करने का षड़यंत्र किया जा रहा है. गौरतलब है कि मॉल 'अडानी ग्रुप' का था जिसको लेकर विवाद और गहरा गया था.