ETV Bharat / state

'चकाचक' पटना की कवायद,  बदला-बदला दिखने लगा है जंक्शन

पटना जंक्शन में लाखों यात्री रोजाना आ रहे हैं. लेकिन पहले की तरह पटना जंक्शन की सूरत नहीं है. अब यह साफ सुथरा दिखने लगा है. प्लेटफॉर्म साफ हैं. पौधों के गमले लगा दिए गए हैं. पटरियों को भी साफ कर दिया गया है. सफाईकर्मी लगातार काम पर तैनात रहते हैं. डस्टबिन भी लगा दिए गए हैं. इसे देखते हुए यात्री भी जागरूक होने लगे हैं. कह सकते हैं कि पटना जंक्शन स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए तैयार है.

पटना जंक्शन पर सफाई
पटना जंक्शन पर सफाई
author img

By

Published : Jan 20, 2021, 9:05 PM IST

पटनाः गंदगियों से पटा रहनेवाला पटना जंक्शन आज साफ-सुथरा दिख रहा है. जगह-जगह सफाई हो रही है. प्लेटफॉर्म साफ किए जा रहे हैं. बाह्य परिसर भी चमक रहा है. थोड़ी-थोड़ी देर पर सफाईकर्मी सफाई करते दिख रहे हैं. डस्टबिन भी साफ हैं. स्टेशन पहुंचे लोग भी सफाई के प्रति जागरूक दिखने लगे हैं. कह सकते हैं कि स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए पटना जंक्शन पूरी तरह से तैयार है.

सफाई करते कर्मचारी
सफाई करते कर्मचारी

जगह-जगह रखा गया है डस्टबिन
स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में गीले कचरे से लेकर सूखे कचरे के रखरखाव को देखा जाएगा. कचरा नष्ट करने की क्या प्रक्रिया है, उसे भी परखा जाएगा. इन तमाम मानकों पर खड़ा उतरने के लिए पटना नगर निगम ने कमर कस ली है. पटना जंक्शन में जगह-जगह पर कूड़े दान रखे गए हैं. लोग भी डस्टबिन में ही कूड़े को डाल रहे हैं. कह सकते हैं कि लोगों में जागरुकता आ गई है.

देखें पूरी रिपोर्ट

ये भी पढ़ें- शिक्षक अभ्यर्थियों को गर्दनीबाग धरना स्थल पर दी गई जगह, तेजस्वी ने मुख्य सचिव और DM से की थी बात

पहली बार पटना की स्थिति में आयी सुधार
राजधानी को देश के पहले 50 से 100 शहरों में स्वच्छता के मामले में जगह बनाने के लिए थोड़ी और सफाई की जरूरत पड़ेगी. लेकिन इतना तो जरूर है कि पिछले कई सालों में पहली बार पटना की स्थिति में जबरदस्त सुधार देखने को मिल रहा है. पटना जंक्शन पर पहुंचने वाली यात्री नैना कुमारी ने बताया कि पटना उतना साफ तो नहीं हुआ है लेकिन सफाई पर जरूर जोड़ दिया जा रहा है. दरअसल पहले की अपेक्षा में लोगों में भी काफी जागरुकता नजर आ रही है. स्वच्छता ही हमारे भारत की शान रहेगी.

यात्री नैना कुमारी
यात्री नैना कुमारी

पटना जंक्शन है पूरी तरह से तैयार
आपको बताते चलें कि पटना जंक्शन स्वच्छता के मानक पर देश के बड़े स्टेशनों में छठे स्थान पर रहा है. पटना जंक्शन के डायरेक्टर डॉ निलेश कुमार ने जानकारी दी कि स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए पटना जंक्शन पूरी तरह से तैयार है. इसके लिए पटना जंक्शन के दोनों छोर में प्लेटफार्म से लेकर पटरियों तक साफ-सफाई का पूरा ख्याल रखा जा रहा है. इतना ही नहीं पटना जंक्शन को साफ सुंदर बनाना रेलवे प्रशासन की जिम्मा है.

पटना जंक्शन पर हो रही सफाई
पटना जंक्शन पर हो रही सफाई

ये भी पढ़ें- मंत्रिमंडल विस्तार और MLC मनोनयन के पहले NDA में रस्साकशी, हम ने भी ठोका दावा

जंक्शन पर लगाए गए हैं पौधे
पटना जंक्शन पर गमले में छोटे-छोटे पौधे भी लगाए जा रहे हैं. जिससे कि पटना जंक्शन की सुंदरता में चार चांद लगे. हालांकि क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया ने देश के 720 स्टेशनों का सर्वे किया था. लेकिन पटना जंक्शन उपलब्धियों को पीछे छोड़ते हुए सुरक्षा के मामले में छठे स्थान पर रहा था. इस कड़ी में रेलवे प्रशासन स्टेशनों की साफ-सफाई पर काफी जोर दे रहा है.

पटना को मिला है ओडीएफ सर्टिफिकेट
बता दें कि पटना को खुले में शौच मुक्त शहर का प्रमाण पत्र मिला है. इतना ही नहीं पटना को ओडीएफ प्लस घोषित किया गया है. इससे स्वच्छता रैंकिंग में ओडीएफ सर्टिफिकेट मिलने से 300 अंक प्राप्त होगा. जबकि स्वच्छता रैंकिंग में सुधार होना अभी तय है. पिछली बार वर्ष 2020 की स्वच्छता रैंकिंग में पटना सबसे निचले पायदान पर यानी 47वें स्थान पर था.

पटना जंक्शन
पटना जंक्शन

ये भी पढ़ें- 'गृह मंत्रालय अपने पास रखकर भी अपराध नहीं रोक पा रहे CM नीतीश'

ऐसे मिलता है सर्टिफिकेट
जिस शहर में आबादी के अनुपात के अनुसार सरकार द्वारा तय किए गए सार्वजनिक सामुदायिक शौचालय की व्यवस्था होती है. उस शहर को खुले में शौच मुक्त घोषित कर दिया जाता है. शौचालय में पानी सफाई एवं रखरखाव की मुकम्मल व्यवस्था पाए जाने पर उस शहर को भारत सरकार द्वारा ओडीएफ प्लस का सर्टिफिकेट दिया जाता है. इस कड़ी में नगर निगम ने काफी अच्छी पहल करते हुए शहर को साफ सुथरा और शौच से मुक्त बनाया है. जिसको लेकर ओडीएफ प्लस का सर्टिफिकेट दिया गया है,

सख्त हुआ निगम
स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में पटना को कितना अंक मिलेगा इसके लिए भारत सरकार द्वारा गठित सर्वेक्षण टीम पटना आने वाली है. उसको लेकर नगर निगम लगातार सफाई अभियान चला रहा है. साथ ही सड़कों पर गंदगी फैलाने वाले लोगों पर भी शिकंजा कसा जा रहा है. निगम प्रशासन की टीम लगातार विभिन्न इलाकों में घूम कर इस तरह का ड्राइव चला रही है.

ये भी पढ़ें- यहां रेलवे ट्रैक पर सजती है सब्जी मंडी, पढ़ें पूरी खबर

नगर निगम ड्राइव
हर रविवार को निगम की टीम विभिन्न इलाकों में जाकर सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करेगी. जो इलाका गंदा रहता है उस एरिया का चयन कर वहां पर सफाई व्यवस्था पर ज्यादा फोकस किया जायेगा. ताकि उस इलाके की गंदगी समाप्त हो जाये. इसके अलावे जो लोग शहर को गंदा करते हुए पकड़े जायेंगे उन्हें समझाया जायेगा, फिर भी नहीं मानने पर उनपर जुर्माना भी लगाया जायेगा.

ये भी पढ़ें- मगध विश्वविद्यालय में शिक्षक और कर्मचारियों की कमी, छात्रों को झेलनी पड़ रही परेशानी

2019 -20 में निगम हुआ था फेल
बता दे कि 2019 -20 स्वच्छता सर्वेक्षण के मामले में पटना नगर निगम फिसड्डी साबित हुआ था. भारत सरकार द्वारा जो सर्वेक्षण की रैंकिंग जारी की गई थी. उसमें पटना को 47 वें स्थान पर रखा गया था. जिसके बाद नगर निगम की काफी किरकिरी हुई थी. लेकिन 2021 में किरकिरी ना हो इसके लिए लगातार निगम के तरफ से सफाई व्यवस्था को लेकर ड्राइव चलाया जा रहा है.

स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग
स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग में शौचालय पर 100 अंक रखा गया है. ऐसे में नगर निगम के इसकी साफ सफाई पर ध्यान न देने से इस बार भी पटना रैंकिंग में फिसड्डी साबित न हो जाए.

पटनाः गंदगियों से पटा रहनेवाला पटना जंक्शन आज साफ-सुथरा दिख रहा है. जगह-जगह सफाई हो रही है. प्लेटफॉर्म साफ किए जा रहे हैं. बाह्य परिसर भी चमक रहा है. थोड़ी-थोड़ी देर पर सफाईकर्मी सफाई करते दिख रहे हैं. डस्टबिन भी साफ हैं. स्टेशन पहुंचे लोग भी सफाई के प्रति जागरूक दिखने लगे हैं. कह सकते हैं कि स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए पटना जंक्शन पूरी तरह से तैयार है.

सफाई करते कर्मचारी
सफाई करते कर्मचारी

जगह-जगह रखा गया है डस्टबिन
स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में गीले कचरे से लेकर सूखे कचरे के रखरखाव को देखा जाएगा. कचरा नष्ट करने की क्या प्रक्रिया है, उसे भी परखा जाएगा. इन तमाम मानकों पर खड़ा उतरने के लिए पटना नगर निगम ने कमर कस ली है. पटना जंक्शन में जगह-जगह पर कूड़े दान रखे गए हैं. लोग भी डस्टबिन में ही कूड़े को डाल रहे हैं. कह सकते हैं कि लोगों में जागरुकता आ गई है.

देखें पूरी रिपोर्ट

ये भी पढ़ें- शिक्षक अभ्यर्थियों को गर्दनीबाग धरना स्थल पर दी गई जगह, तेजस्वी ने मुख्य सचिव और DM से की थी बात

पहली बार पटना की स्थिति में आयी सुधार
राजधानी को देश के पहले 50 से 100 शहरों में स्वच्छता के मामले में जगह बनाने के लिए थोड़ी और सफाई की जरूरत पड़ेगी. लेकिन इतना तो जरूर है कि पिछले कई सालों में पहली बार पटना की स्थिति में जबरदस्त सुधार देखने को मिल रहा है. पटना जंक्शन पर पहुंचने वाली यात्री नैना कुमारी ने बताया कि पटना उतना साफ तो नहीं हुआ है लेकिन सफाई पर जरूर जोड़ दिया जा रहा है. दरअसल पहले की अपेक्षा में लोगों में भी काफी जागरुकता नजर आ रही है. स्वच्छता ही हमारे भारत की शान रहेगी.

यात्री नैना कुमारी
यात्री नैना कुमारी

पटना जंक्शन है पूरी तरह से तैयार
आपको बताते चलें कि पटना जंक्शन स्वच्छता के मानक पर देश के बड़े स्टेशनों में छठे स्थान पर रहा है. पटना जंक्शन के डायरेक्टर डॉ निलेश कुमार ने जानकारी दी कि स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए पटना जंक्शन पूरी तरह से तैयार है. इसके लिए पटना जंक्शन के दोनों छोर में प्लेटफार्म से लेकर पटरियों तक साफ-सफाई का पूरा ख्याल रखा जा रहा है. इतना ही नहीं पटना जंक्शन को साफ सुंदर बनाना रेलवे प्रशासन की जिम्मा है.

पटना जंक्शन पर हो रही सफाई
पटना जंक्शन पर हो रही सफाई

ये भी पढ़ें- मंत्रिमंडल विस्तार और MLC मनोनयन के पहले NDA में रस्साकशी, हम ने भी ठोका दावा

जंक्शन पर लगाए गए हैं पौधे
पटना जंक्शन पर गमले में छोटे-छोटे पौधे भी लगाए जा रहे हैं. जिससे कि पटना जंक्शन की सुंदरता में चार चांद लगे. हालांकि क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया ने देश के 720 स्टेशनों का सर्वे किया था. लेकिन पटना जंक्शन उपलब्धियों को पीछे छोड़ते हुए सुरक्षा के मामले में छठे स्थान पर रहा था. इस कड़ी में रेलवे प्रशासन स्टेशनों की साफ-सफाई पर काफी जोर दे रहा है.

पटना को मिला है ओडीएफ सर्टिफिकेट
बता दें कि पटना को खुले में शौच मुक्त शहर का प्रमाण पत्र मिला है. इतना ही नहीं पटना को ओडीएफ प्लस घोषित किया गया है. इससे स्वच्छता रैंकिंग में ओडीएफ सर्टिफिकेट मिलने से 300 अंक प्राप्त होगा. जबकि स्वच्छता रैंकिंग में सुधार होना अभी तय है. पिछली बार वर्ष 2020 की स्वच्छता रैंकिंग में पटना सबसे निचले पायदान पर यानी 47वें स्थान पर था.

पटना जंक्शन
पटना जंक्शन

ये भी पढ़ें- 'गृह मंत्रालय अपने पास रखकर भी अपराध नहीं रोक पा रहे CM नीतीश'

ऐसे मिलता है सर्टिफिकेट
जिस शहर में आबादी के अनुपात के अनुसार सरकार द्वारा तय किए गए सार्वजनिक सामुदायिक शौचालय की व्यवस्था होती है. उस शहर को खुले में शौच मुक्त घोषित कर दिया जाता है. शौचालय में पानी सफाई एवं रखरखाव की मुकम्मल व्यवस्था पाए जाने पर उस शहर को भारत सरकार द्वारा ओडीएफ प्लस का सर्टिफिकेट दिया जाता है. इस कड़ी में नगर निगम ने काफी अच्छी पहल करते हुए शहर को साफ सुथरा और शौच से मुक्त बनाया है. जिसको लेकर ओडीएफ प्लस का सर्टिफिकेट दिया गया है,

सख्त हुआ निगम
स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में पटना को कितना अंक मिलेगा इसके लिए भारत सरकार द्वारा गठित सर्वेक्षण टीम पटना आने वाली है. उसको लेकर नगर निगम लगातार सफाई अभियान चला रहा है. साथ ही सड़कों पर गंदगी फैलाने वाले लोगों पर भी शिकंजा कसा जा रहा है. निगम प्रशासन की टीम लगातार विभिन्न इलाकों में घूम कर इस तरह का ड्राइव चला रही है.

ये भी पढ़ें- यहां रेलवे ट्रैक पर सजती है सब्जी मंडी, पढ़ें पूरी खबर

नगर निगम ड्राइव
हर रविवार को निगम की टीम विभिन्न इलाकों में जाकर सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करेगी. जो इलाका गंदा रहता है उस एरिया का चयन कर वहां पर सफाई व्यवस्था पर ज्यादा फोकस किया जायेगा. ताकि उस इलाके की गंदगी समाप्त हो जाये. इसके अलावे जो लोग शहर को गंदा करते हुए पकड़े जायेंगे उन्हें समझाया जायेगा, फिर भी नहीं मानने पर उनपर जुर्माना भी लगाया जायेगा.

ये भी पढ़ें- मगध विश्वविद्यालय में शिक्षक और कर्मचारियों की कमी, छात्रों को झेलनी पड़ रही परेशानी

2019 -20 में निगम हुआ था फेल
बता दे कि 2019 -20 स्वच्छता सर्वेक्षण के मामले में पटना नगर निगम फिसड्डी साबित हुआ था. भारत सरकार द्वारा जो सर्वेक्षण की रैंकिंग जारी की गई थी. उसमें पटना को 47 वें स्थान पर रखा गया था. जिसके बाद नगर निगम की काफी किरकिरी हुई थी. लेकिन 2021 में किरकिरी ना हो इसके लिए लगातार निगम के तरफ से सफाई व्यवस्था को लेकर ड्राइव चलाया जा रहा है.

स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग
स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग में शौचालय पर 100 अंक रखा गया है. ऐसे में नगर निगम के इसकी साफ सफाई पर ध्यान न देने से इस बार भी पटना रैंकिंग में फिसड्डी साबित न हो जाए.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.