पटनाः राजधानी के जंक्शन पर बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामले को देखते हुए रेलवे प्रशासन आमजनों को सामाजिक दूरी और मास्क पहनने के प्रति रेलवे परिसर में जागरूक कर रहा है. रेलवे प्रशासन लाउडस्पीकर के माध्यम से स्टेशन पर लोगों से कोरोना के गाइडलाइन का पालन करने को लेकर अपील कर रहा है.
शनिवार को पटना जंक्शन पर मुंबई से पहुंची ट्रेन के यात्रियों की कोविड जांच जिला स्वास्थ्य समिति के काउंटर पर की गई. बता दें कि बिहार में इन दिनों कोरोना के मामले इतने बढ़ गए हैं कि हर 10 में 7 लोग इससे संक्रमित पाए जा रहे हैं.
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पटना जंक्शन पर बड़ी संख्या में पहुंच रहे प्रवासी
प्रतिदिन पटना जंक्शन से हजारों यात्री आते और जाते हैं. उन यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेवारी आरपीएफ और जीआरपी की है. ऐसे में पटना जंक्शन पर हर किसी पर नजर रखी जा रही है. जो यात्री पटना जंक्शन पर आ रहे हैं, उनको मास्क पहनकर ही रेलवे परिसर में आने को लेकर जागरूक किया जा रहा है.
वहीं इस दौरान कई यात्री ऐसे भी हैं जो बिना मास्क के पकड़े भी जाते हैं. उनसे 500 रुपये जुर्माना भी वसूला जा रहा है. बता दें कि पटना जंक्शन सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशनों में से एक है. यहां दूसरे राज्यों से अपने घरों को लौट रहे प्रवासियों की संख्या ज्यादा है. इन्हें डर है कि पिछले साल की तरह लॉकडाउन न लग जाए. प्रवासियों के लिए गेट नंबर 3 के पास राज्य स्वास्थ्य समिति के द्वारा आठ जांच केंद्र बनाए गए हैं.
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रात में भी हो रही है कोरोना जांच
सभी केंद्रों पर जिला स्वास्थ समिति के कर्मी जांच करते हैं. यहां मौजूद लैब टेक्नीशियन मनोज कुमार बताते हैं कि सुबह से लेकर रात्रि 8 बजे तक 332 लोगों की जांच की गई. इसमें 14 लोग संक्रमित पाए गए. संक्रमित पाए लोगों की जांच अभी चल रही थी.
इन्हें निर्धारित जगह होटल अशोक पाटलिपुत्र में रखा जा रहा है. कुल मिलाकर कह सकते हैं कि लगातार खबर चलाने के बाद पटना जंक्शन की तस्वीर अब बदली-बदली सी नजर आ रही है.