पटना: शिक्षा विभाग ने 1 से लेकर 30 जून तक समर कैंप का आयोजन किया जा रहा है. समर कैंप का मुख्य उद्देश्य बच्चों के बुनियादी कौशल को बेहतर बनाने और उनके आत्मविश्वास को बढ़ाना है. समर कैम्प के लिए कई बिंदुओं का निर्धारण किया है. शिक्षा विभाग ने इस कैंप में हिस्सा लेने वाले सभी स्वयंसेवकों और शिक्षा सेवकों को इन बिंदु के मद्देनजर चरणबद्ध तरीके से कार्य को करने का अनुरोध किया है.
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रोज दो घंटा होगा कैंप: शिक्षा विभाग ने कहा है कि सभी स्वयंसेवकों इन बिंदुओं के अनुसार ही चरणबद्ध तरीके से सभी कार्यों को पूरा करेंगे. कक्षा 6 और 7 के बच्चों के लिए एक से 30 जून तक समर कैंप का आयोजन किया जा रहा है. इस समर कैंप का आयोजन निर्धारित दिवस में प्रतिदिन 1 से 2 घंटे तक किया जाएगा.
कैंप में कई संस्था कर रही सहयोग: शिक्षा विभाग द्वारा स्वयंसेवी संस्था प्रथम के साथ ही विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, बिहार कौशल विकास मिशन, जीविका, राष्ट्रीय कैडेट कोर, नेहरू युवा केंद्र, बिहार मैथमेटिकल सोसायटी और पीरामल फाउंडेशन के सहयोग से कैंप का आयोजन किया जा रहा है. समर कैंप में स्वयंसेवकों और शिक्षकों को जिन बिंदुओं पर कार्य करना है.
लर्निंग प्रोसेस शीट भी होगा तैयार: शिक्षा विभाग ने बताया कि कैंप में पूरे विवरण के साथ अपना रजिस्ट्रेशन, बच्चों की पूरी जानकारी समाहित करते हुए बेसलाइन सर्वे कार्य, समर कैंप के लिए बच्चों के चयन और उनकी भागीदारी को सुनिश्चित करना है. इसके अलावा लर्निंग प्रोसेस शीट को तैयार करना, समर कैंप में भाग लेने वाले बच्चों की उपस्थिति को दर्ज करना. वहीं प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न लिंग का प्रयोग करना और अभियान के अंतिम चरण में बच्चों का मूल्यांकन करना शामिल है.
बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाना: विभागीय जानकारी के अनुसार इस समर कैंप का मुख्य उद्देश्य बच्चों के बुनियादी कौशल को बेहतर बनाने और उनके आत्मविश्वास को बढ़ाना, सर्व पक्षीय विकास को बढ़ावा देना, बच्चों की छुपी प्रतिभा को निखारना और आगे की कक्षा के लिए बच्चों के मार्ग को प्रशस्त करना है.