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Sawan 2023: सावन महीने में लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ को लेकर जिला प्रशासन तैयार, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

देश भर में आज से श्रावण माह की शुरुआत हो गई है. इस माह में भोलेनाथ के भक्त भाड़ी संख्या में उन पर जल अर्पन करने जाते हैं. इसे लेकर जिला प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है. आगे पढ़ें पूरी खबर...

श्रावणी मेला को लेकर तैयारी
श्रावणी मेला को लेकर तैयारी
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Published : Jul 4, 2023, 9:06 AM IST

बिहार में श्रावण को लेकर तैयारी

पटना: श्रावण का महीना आते ही देवघर में कांवरियों का हुजूम पहुंचने लगता है. बाबा भोले के भक्त सावन के महीने में सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलकर कर जलाभिषेक करते है. तो वहीं कोई बिना रुके 100 किलोमीटर दौड़ता हुआ जाकर बाबा भोले को झारखंड के देवघर यानी बाबा धाम में जलाभिषेक करते हैं. उसी कड़ी में हिंदू पंचांग के अनुसार सावन महीने की शुरूआत कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि से प्रारंभ होती है. इस बार खास बात यह है कि सावन 2 माह का होगा.

पढ़ें-Bhagalpur News: श्रावणी मेला को लेकर DRM ने सुलतानगंज रेलवे स्टेशन का किया निरीक्षण, चलेगी स्पेशल ट्रेन

कब होंगे सोमवार: हिंदू धर्म में सावन का महीना बहुत पवित्र माना जाता है. सावन के महीने में बाबा भोले की पूजा, अर्चना और जलाभिषेक किया जाता है. सुख और समृद्धि के लिए श्रावण के महीने में बाबा भोले का जलाभिषेक करने का विशेष महत्व प्रदान होता है. इस बार सावन के महीने में आठ सोमवार होंगे. महिलाएं अच्छे पति को पाने के लिए सावन के सोमवार का व्रत करती हैं. तो वहीं कई पुरुष भी सावन के सोमवार को अपने सुख और समृद्धि के लिए व्रत करते हैं. श्रावण महीना में इस बार 10 जुलाई, 17 जुलाई,24 जुलाई, 31 जुलाई, 7 अगस्त, 14 अगस्त, 21 अगस्त और लास्ट यानी अंतिम सोमवार 28 अगस्त को पड़ेगा.

प्रशासन की ओर से पुख्ता इंतजाम: बता दें कि इस श्रावण के महीने में देश के कई हिस्सों से लोग बाबा नगरी यानी देवघर पहुंचते हैं. जहां काफी संख्या में भक्तों की भीड़ होती है. जिसको देखते हुए प्रशासन की ओर से पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. अगर हम बात करें बिहार सरकार की तो कावड़ियों की यात्रा को देखते हुए अधिकांश मार्ग बांका, भागलपुर और मुंगेर जिले से होते हुए बाबा नगरी यानी देवघर पहुंचता है. इस साल श्रद्धालुओं की अपार संख्या को देखते हुए मार्ग में उनकी सुविधा तथा सुरक्षित यात्रा हेतु सभी तरह के व्यापक इंतजाम किए गए हैं.

इन जिलों में जल चढ़ाने के लिए लगती है भीड़: जगह-जगह पुलिस बल के साथ दंडाधिकारी, चिकित्सा दल और एंबुलेंस के साथ अग्निशमन का इंतजाम किया गया है. बिहार के कई जिलों में शिव मंदिर में काफी संख्या में लोगों की भीड़ जुटती है. मुजफ्फरपुर के बाबा गरीब नाथ मंदिर में लाखों की संख्या में लोग जल चढ़ाते हैं. बक्सर के बाबा परमेश्वर नाथ मंदिर, सारण का सुप्रसिद्ध मंदिर बाबा हरिहर नाथ, सिवान का महिंद्रा नाथ, मोतिहारी का अरेराज स्थित सोमेश्वर नाथ मंदिर और मधेपुरा में सिंघेश्वर आस्थान मंदिर जैसे जगहों पर काफी भीड़ होती है जहां प्रशासन की ओर से सारी व्यवस्थाएं की गई है.

प्रशासन ने की पूरी तैयारी: आवश्यक प्रशासनिक प्रबंध कर दिए गए हैं. सभी स्थानों पर स्थानीय प्रशासन के द्वारा स्थानीय बलों की प्रतिनियुक्ति की गई है. अतिरिक्त बिहार पुलिस मुख्यालय से राज्य के 16 बलों तथा जो रेल जिला अर्थात कुल 18 जिलों में अतिरिक्त पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई है. वहीं कुल 305 पदाधिकारी और 1555 लाठी बल है. 1450 गृह रक्षक तथा बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस बल की 12 कंपनी और अश्वरोही दल के 5 सेक्शन है. अश्रु गैस दत्ता के 3 सेक्शन तथा यातायात के 25 कर्मियों को प्रतिनियुक्त किया गया है. पुलिस मुख्यालय एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि सावन महीने को देखते हुए और काफी श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ गई है. बिहार सरकार एवं बिहार पुलिस मुख्यालय के द्वारा पूरी तैयारी कर ली गई है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की समस्या ना हो.

"सावन महीने को देखते हुए प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं के लिए काफी तैयारियां की गई है. बिहार सरकार एवं बिहार पुलिस मुख्यालय के द्वारा पुलिस बल की बहाली की गई है ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की समस्या ना हो."- जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी पुलिस मुख्यालय पटना

बिहार में श्रावण को लेकर तैयारी

पटना: श्रावण का महीना आते ही देवघर में कांवरियों का हुजूम पहुंचने लगता है. बाबा भोले के भक्त सावन के महीने में सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलकर कर जलाभिषेक करते है. तो वहीं कोई बिना रुके 100 किलोमीटर दौड़ता हुआ जाकर बाबा भोले को झारखंड के देवघर यानी बाबा धाम में जलाभिषेक करते हैं. उसी कड़ी में हिंदू पंचांग के अनुसार सावन महीने की शुरूआत कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि से प्रारंभ होती है. इस बार खास बात यह है कि सावन 2 माह का होगा.

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कब होंगे सोमवार: हिंदू धर्म में सावन का महीना बहुत पवित्र माना जाता है. सावन के महीने में बाबा भोले की पूजा, अर्चना और जलाभिषेक किया जाता है. सुख और समृद्धि के लिए श्रावण के महीने में बाबा भोले का जलाभिषेक करने का विशेष महत्व प्रदान होता है. इस बार सावन के महीने में आठ सोमवार होंगे. महिलाएं अच्छे पति को पाने के लिए सावन के सोमवार का व्रत करती हैं. तो वहीं कई पुरुष भी सावन के सोमवार को अपने सुख और समृद्धि के लिए व्रत करते हैं. श्रावण महीना में इस बार 10 जुलाई, 17 जुलाई,24 जुलाई, 31 जुलाई, 7 अगस्त, 14 अगस्त, 21 अगस्त और लास्ट यानी अंतिम सोमवार 28 अगस्त को पड़ेगा.

प्रशासन की ओर से पुख्ता इंतजाम: बता दें कि इस श्रावण के महीने में देश के कई हिस्सों से लोग बाबा नगरी यानी देवघर पहुंचते हैं. जहां काफी संख्या में भक्तों की भीड़ होती है. जिसको देखते हुए प्रशासन की ओर से पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. अगर हम बात करें बिहार सरकार की तो कावड़ियों की यात्रा को देखते हुए अधिकांश मार्ग बांका, भागलपुर और मुंगेर जिले से होते हुए बाबा नगरी यानी देवघर पहुंचता है. इस साल श्रद्धालुओं की अपार संख्या को देखते हुए मार्ग में उनकी सुविधा तथा सुरक्षित यात्रा हेतु सभी तरह के व्यापक इंतजाम किए गए हैं.

इन जिलों में जल चढ़ाने के लिए लगती है भीड़: जगह-जगह पुलिस बल के साथ दंडाधिकारी, चिकित्सा दल और एंबुलेंस के साथ अग्निशमन का इंतजाम किया गया है. बिहार के कई जिलों में शिव मंदिर में काफी संख्या में लोगों की भीड़ जुटती है. मुजफ्फरपुर के बाबा गरीब नाथ मंदिर में लाखों की संख्या में लोग जल चढ़ाते हैं. बक्सर के बाबा परमेश्वर नाथ मंदिर, सारण का सुप्रसिद्ध मंदिर बाबा हरिहर नाथ, सिवान का महिंद्रा नाथ, मोतिहारी का अरेराज स्थित सोमेश्वर नाथ मंदिर और मधेपुरा में सिंघेश्वर आस्थान मंदिर जैसे जगहों पर काफी भीड़ होती है जहां प्रशासन की ओर से सारी व्यवस्थाएं की गई है.

प्रशासन ने की पूरी तैयारी: आवश्यक प्रशासनिक प्रबंध कर दिए गए हैं. सभी स्थानों पर स्थानीय प्रशासन के द्वारा स्थानीय बलों की प्रतिनियुक्ति की गई है. अतिरिक्त बिहार पुलिस मुख्यालय से राज्य के 16 बलों तथा जो रेल जिला अर्थात कुल 18 जिलों में अतिरिक्त पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई है. वहीं कुल 305 पदाधिकारी और 1555 लाठी बल है. 1450 गृह रक्षक तथा बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस बल की 12 कंपनी और अश्वरोही दल के 5 सेक्शन है. अश्रु गैस दत्ता के 3 सेक्शन तथा यातायात के 25 कर्मियों को प्रतिनियुक्त किया गया है. पुलिस मुख्यालय एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि सावन महीने को देखते हुए और काफी श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ गई है. बिहार सरकार एवं बिहार पुलिस मुख्यालय के द्वारा पूरी तैयारी कर ली गई है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की समस्या ना हो.

"सावन महीने को देखते हुए प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं के लिए काफी तैयारियां की गई है. बिहार सरकार एवं बिहार पुलिस मुख्यालय के द्वारा पुलिस बल की बहाली की गई है ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की समस्या ना हो."- जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी पुलिस मुख्यालय पटना

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