पटना: पटना जिले में इन दिनों सभी नवनिर्वाचित मुखिया संघ एक बार फिर से विरोध प्रदर्शन करने पर उतारू हो चुके हैं. ऐसे में मसौढ़ी प्रखंड मुख्यालय पर सभी नवनिर्वाचित मुखिया धरना पर बैठ गए हैं. धरना पर बैठे सभी मुखिया संघ से मिलने पाटलिपुत्र सांसद रामकृपाल पहुंचे (Patliputra MP Ramkripal Yadav Met Mukhiya Union) हैं. उन्होंने आश्वासन दिया है कि सभी मुखिया संघ की मांगों को सरकार तक ले जाकर इस पर विचार विमर्श कर जल्द ही इसका समाधान करवाएंगे.
यह भी पढ़ें- मसौढ़ी में नवनिर्वाचित मुखिया संघ का प्रदर्शन, डोंगल नहीं मिलने पर जताया विरोध
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बाद गांव की सरकार बन चुकी है. सभी नवनिर्वाचित मुखिया बनने के 2 महीने बाद अभी तक गांव में एक भी सरकार की योजना शुरू नहीं हुई है, जिसको लेकर सभी मुखिया संघ में आक्रोश पनपने लगा है. अब वे धरना पर बैठ गए हैं. दरअसल, सभी मुखिया डोंगल एक्टिव कराने की मांग कर रहे हैं, जिससे राशि विकास योजनाओं में खर्च की जा सके. इसी मुद्दे को लेकर सभी धरना पर बैठे हुए हैं.
पाटलिपुत्र सांसद रामकृपाल यादव धरना पर बैठे मुखिया संघ से मिले. उनकी समस्याओं को त्वरित निष्पादन को लेकर उन्होंने सभी मुखिया को आश्वासन दिया है कि जल्द ही इसका सामाधान होगा. मुखिया संघ के अध्यक्ष पिंकू कुमार सिंह ने पंचायती राज पदाधिकारी विनय कुमार पर सीधा आरोप लगाया है कि वह डोंगल देने में आनाकानी कर रहे हैं. वहीं पांच सूत्री मांगों को लेकर सभी मुखिया धरना पर बैठे थे. इस पूरे मामले में सांसद रामकृपाल यादव ने पंचायती राज पदाधिकारी से बात की और कहा कि जल्द ही इस समस्या का निपटारा करें. पूरे मामले में पंचायती राज पदाधिकारी विनय कुमार ने बताया कि अभी ऑडिट का काम चल रहा है. पूरे जिले भर में ऑडिट का काम पूरा हो जाने पर सभी पंचायत प्रतिनिधियों के बीच डोंगल का वितरण शुरू हो जाएगा.
पंचायती राज पदाधिकारी विनय कुमार ने कहा कि पूरे जिले भर में सभी तकनीकी समस्या को लेकर डोंगल का वितरण नहीं हो रहा है. ऑडिट का काम चल रहा है. ऑडिट जैसे ही खत्म हो जाएगा वैसे ही विभाग के निर्देशन में सभी मुखिया एवं पंचायत प्रतिनिधियों को डोंगल वितरण कर दिया जाएगा. हालांकि इसके अलावा सभी मुखिया संघ पंचायती राज पदाधिकारी के खिलाफ धरना पर बैठे हैं, उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं.
वहीं मसौढ़ी प्रखंड के सभी नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों की होने वाली पहली बैठक स्थगित हो गई. इस बैठक में सभी पंचायत के प्रतिनिधि जिला परिषद, मुखिया, सांसद, विधायक बैठक में शामिल हो रहे थे. ऐसे में विरोध प्रदर्शन और हो हंगामे के कारण पहली बैठक स्थगित हो गई. दरअसल, एक तरफ मुखिया अपनी कुछ मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, वहीं दूसरी और कुछ पंचायत समिति भी नाराज होकर समिति बैठक का बहिष्कार कर हंगामा कर विरोध प्रदर्शन करने लगे. ऐसे में कोरम पूरा नहीं होने पर बैठक को तत्काल के लिए स्थगित कर दिया गया.
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP