पटना: बिहार में कोरोना संक्रमण (Corona Infection) के मामलों में कमी आने के साथ ही इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (IGIMS) के ओपीडी (OPD) में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. अभी भी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाकर ही मरीज यहां डॉक्टरों से इलाज करवा पा रहे हैं.
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आइजीआइएमएस के अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल (IGIMS Superintendent Manish Mandal) का कहना है कि भीड़भाड़ कम हो, इसको देखते हुए ही हम लोग अभी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर ही मरीजों को देख रहे हैं. उन्होंने कि फिलहाल सभी विभागों में मरीज देखे जा रहे हैं.
अधीक्षक ने कहा कि अभी 25 सौ से ज्यादा मरीज रोजाना आइजीआइएमएस में डॉक्टरों से इलाज करवा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अब जो नए मरीज यहां आ रहे हैं. निश्चित तौर पर ऐसा लगता है कि लॉन्ग कोविड सिम्टम्स (Long Covid Symptoms) से ग्रसित मरीज ज्यादा हमारे संस्थान में इलाज करवाने आ रहे हैं.
मनीष मंडल ने कहा कि अब सांस की तकलीफ, स्वाद चले जाना, पेट की गड़बड़ी, भूख नहीं लगना जैसी शिकायतें लेकर मरीज आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम मानते है कि ये लॉग कोविड सिम्टम्स हैं, जिसके कारण ऐसा हो रहा है.
"अभी भी कोरोना गाइड लाइन को यहां फॉलो करवाया जा रहा है. पोस्ट कोविड सिम्टम्स के भी मरीज यहां पहुंच रहे हैं, जिसमें मुख्य रूप से सांस लेने में दिक्कत और स्वाद नहीं आने को शिकायत देखी जा रही है"- मनीष मंडल, आइजीआइएमएस अधीक्षक
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आइजीआइएमएस अधीक्षक ने कहा कि हमारे यहां कुछ ऐसे भी मरीज आए हैं, जिनको अस्थमा और हार्ट की बीमारी है. दवा लेने के बाद भी सांस फूलना नहीं रुक रहा है. उन्होंने कहा कि ऐसे मरीजों को हमलोग लगातार इलाज कर रहे हैं और उनको पहले फिटनेस टेस्ट और सिटी स्कैन कराकर इलाज कर रहे हैं.
मनीष मंडल ने कहा कि अभी से हमलोग तीसरी लहर को रोकने की तैयारी कर रहे हैं. यही कारण है कि अभी भी आइजीआइएमएस में भीड़ ना लगे, इसको लेकर अभी भी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर मरीजों का इलाज हो रहा है.