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NMCH का नशा मुक्ति केंद्र निभा रहा अपनी जिम्मेदारी, ठीक होकर घर लौटते हैं मरीज - NMCH

नालन्दा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अंतर्गत नशा मुक्ति केंद्र एक आदर्श केंद्र के रूप में व्यवस्थित है. जहां से लोग अच्छे होकर अपने घर लौटते हैं.

मरीज को देखते डॉक्टर
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Published : Sep 18, 2019, 3:13 PM IST

पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूरे बिहार को नशा मुक्त बिहार बनाने की मुहिम छेड़ी है. इसी क्रम में नशा से ग्रसित युवकों और मरीजों के लिए कई जगहों पर नशा मुक्ति केंद्र बनाया गया है. जहां नशे के मरीजों का आउटडोर और इनडोर में गंभीरता से इलाज किया जा रहा है. नशे के आदी लोग यहां से पूरी तरह ठीक भी हो रहे हैं.

मरीज को देखते डॉक्टर और बयान देते प्रभारी डॉक्टर संतोष कुमार

ठीक होकर जाते हैं मरीज
बिहार को नशा मुक्त राज्य बनाने के लिये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कई कारगर कदम उठाए हैं. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री ने शराब के साथ-साथ गुटखा पर भी प्रतिबंध लगा दिया है. नशा के आदी मरीजों का सभी नशा मुक्ति केंद्र पर गंभीरता से इलाज किया जा रहा है, ताकि वह स्वस्थ हो सकें. पटनासिटी के नालन्दा मेडिकल कॉलेज में सबसे बड़ा नशा मुक्ति केंद्र बनाया गया है, जहां मरीजों का तांता लगा रहता है. यहां मरीज आते तो हैं नशे का आदी होकर लेकिन यहां से बिल्कुल ठीक होकर जाते हैं.

PATNA
अस्पताल में आते मरीज

इंडोर स्टेडियम की मांग
नशा मुक्ति केंद्र के नॉडल प्रभारी डॉक्टर संतोष कुमार का कहना है कि अस्पताल के अंतर्गत 30 बेडों का वार्ड नशा मुक्ति केंद्र बनाया गया है. जहां समुचित संसाधन में युवाओं को नशे से मुक्त किया जा रहा है. शराब, गुटखा, स्मेक, खैनी, भांग, गांजा, सुलेशन और वाइटनर जैसे नशीले पदार्थ का सेवन कर अपना जीवन बर्बाद करने वाले लोग यहां पहुंचते हैं. वैसे लोगों को इस केंद्र में पूरा ठीक कर भेजा जाता है. संतोष कुमार ने कहा कि अगर सरकार इनडोर गेम खेलने के लिए इंडोर स्टेडियम की व्यवस्था कर दे तो, नशा से ग्रसित लोगों की फिटनेस एक्सरसाइज भी हो सकती है.

PATNA
संतोष कुमार, प्रभारी डॉक्टर

जिम्मेदारी निभा रहा नशा मुक्ति केंद्र
गौरतलब है कि बिहार को नशा मुक्त बनाने के लिये सरकारी अस्पताल के डॉक्टर पूरी जिम्मेदारी से लोगों के नशे की लत को छुड़ा रहे हैं. नालन्दा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अंतर्गत नशा मुक्ति केंद्र एक आदर्श केंद्र के रूप में जाना जाता है. जहां से लोग अच्छे होकर अपने घर लौट रहे हैं.

पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूरे बिहार को नशा मुक्त बिहार बनाने की मुहिम छेड़ी है. इसी क्रम में नशा से ग्रसित युवकों और मरीजों के लिए कई जगहों पर नशा मुक्ति केंद्र बनाया गया है. जहां नशे के मरीजों का आउटडोर और इनडोर में गंभीरता से इलाज किया जा रहा है. नशे के आदी लोग यहां से पूरी तरह ठीक भी हो रहे हैं.

मरीज को देखते डॉक्टर और बयान देते प्रभारी डॉक्टर संतोष कुमार

ठीक होकर जाते हैं मरीज
बिहार को नशा मुक्त राज्य बनाने के लिये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कई कारगर कदम उठाए हैं. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री ने शराब के साथ-साथ गुटखा पर भी प्रतिबंध लगा दिया है. नशा के आदी मरीजों का सभी नशा मुक्ति केंद्र पर गंभीरता से इलाज किया जा रहा है, ताकि वह स्वस्थ हो सकें. पटनासिटी के नालन्दा मेडिकल कॉलेज में सबसे बड़ा नशा मुक्ति केंद्र बनाया गया है, जहां मरीजों का तांता लगा रहता है. यहां मरीज आते तो हैं नशे का आदी होकर लेकिन यहां से बिल्कुल ठीक होकर जाते हैं.

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अस्पताल में आते मरीज

इंडोर स्टेडियम की मांग
नशा मुक्ति केंद्र के नॉडल प्रभारी डॉक्टर संतोष कुमार का कहना है कि अस्पताल के अंतर्गत 30 बेडों का वार्ड नशा मुक्ति केंद्र बनाया गया है. जहां समुचित संसाधन में युवाओं को नशे से मुक्त किया जा रहा है. शराब, गुटखा, स्मेक, खैनी, भांग, गांजा, सुलेशन और वाइटनर जैसे नशीले पदार्थ का सेवन कर अपना जीवन बर्बाद करने वाले लोग यहां पहुंचते हैं. वैसे लोगों को इस केंद्र में पूरा ठीक कर भेजा जाता है. संतोष कुमार ने कहा कि अगर सरकार इनडोर गेम खेलने के लिए इंडोर स्टेडियम की व्यवस्था कर दे तो, नशा से ग्रसित लोगों की फिटनेस एक्सरसाइज भी हो सकती है.

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संतोष कुमार, प्रभारी डॉक्टर

जिम्मेदारी निभा रहा नशा मुक्ति केंद्र
गौरतलब है कि बिहार को नशा मुक्त बनाने के लिये सरकारी अस्पताल के डॉक्टर पूरी जिम्मेदारी से लोगों के नशे की लत को छुड़ा रहे हैं. नालन्दा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अंतर्गत नशा मुक्ति केंद्र एक आदर्श केंद्र के रूप में जाना जाता है. जहां से लोग अच्छे होकर अपने घर लौट रहे हैं.

Intro:बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूरे बिहार को नशा मुक्त बिहार बनाने की मुहिम छेड़ी है।इस क्रम में नशा से ग्रषित युवकों एवम मरीजो को नशा मुक्ति केंद्र बनाया है जँहा नशा से ग्रषित मरीजो को आउटडोर और इनडोर ईलाज किया जा रहा है।


Body:बिहार को नशा मुक्त राज्य बनाने के लिये बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कई कारगर कदम चला रहे है इसी कड़ी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराब के साथ साथ गुटखा पर भी प्रतिवंध लगा दिया है।नशा के आदि मरीजो को हर नशा मुक्ति केंद्र पर कई सकरात्मक वेवस्था की गई है।


Conclusion:स्टोरी:-अब नशा न हो दोबारा।
रिपोर्ट:-पटना सिटी से अरुण कुमार ।
दिनांक:-18-09-019.
एंकर:-पटना सिटी,अब नशा न हो दोबारा,क्योंकि नशा जिंदगी को बदरंग कर पूरा जीवन वर्वाद कर देता है।यहाँ नशा से ग्रषित लोग आते जरूर है लेकिन जाते नशा मुक्त होकर।ये नालन्दा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीनस्थ नशा मुक्ति केंद्र के नॉडल प्रभारी डॉक्टर संतोष कुमार का कहना है।नालन्दा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अंतर्गत 30 वेडो का वार्ड नशा मुक्ति केंद्र बनाया गया है जँहा समुचित संसाधन में नशा मुक्त युवाओ को बनाया जा रहा है।शराब,गुटखा,स्मेक,खैनी,भांग,गांजा,सुलेशन,भाइटनर जैसे नशा पदार्थ का सेवन कर अपना जीवन को वर्वाद करने पर जूट थे।वैसे युवाओ को इस केंद्र में पूरा ठीक कर भेजा जाता है अगर सरकार वेड और पर्याप्त सांधन और इनडोर गेम खेलने के लिये इंडोर स्टेडियम की वेवस्था कर दे तो नशा से ग्रषित लोगो को फिटनेश एक्सरसाइज हो सके।गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार को नशामुक्त बनाने की मुहिम छेड़ी है उस मिशन को अमलीजामा पहनाने के लिये सरकार अस्पताल प्रसाशन पूरी जिमेवारी से लोगो को नशा का लत छुड़ा रहे है।नालन्दा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अंतर्गत नशा मुक्ति केंद्र एक आदर्श केंद्र के रूप में वेवस्थित है आइये देखे और सुने नशा अब न हो दोबारा।
बाईट(डॉ संतोष कुमार-नोडल प्रभारी चिकित्सक नशामुक्ति केंद्र)
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