पटनाः राजधानी पटना के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में इलाज में लापरवाही के कारण मरीजों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. वर्तमान समय में ऑर्थो इमरजेंसी वार्ड में कई मरीज ऐसे हैं, जो ऑपरेशन की इंतजार में अस्पताल में पिछले कई दिनों से एडमिट हैं. लेकिन अस्पताल प्रशासन बस तारीख पर तारीख दे रहा है.
इलाज के अभाव में मौत
पीएमसीएच के इमरजेंसी भवन के ऑर्थो आईसीयू में एडमिट मोतिहारी के मरीज की इलाज के अभाव में मौत हो गई. गर्दन के पास टूटी हुई हड्डी का ऑपरेशन कराने के लिए मरीज पिछले 3 महीने से पीएमसीएच में एडमिट था.ऑपरेशन के कई डेट कई लेकिन मरीज का ऑपरेशन नहीं हुआ और आखिर उसने दम तोड़ दिया.
ऑपरेशन का डेट आगे खिसका रहे थे डॉक्टर
पीएमसीएच में ऑर्थो इमरजेंसी वार्ड के बेड नंबर एक पर एडमिट मरीज के बेटे रामप्रवेश ने बताया कि वह पिछले 3 महीने से अपने पिता का इलाज कराने के लिए पीएमसीएच में है. यहां सही से इलाज नहीं हुआ. पिता के गर्दन के पास हड्डी टूट गई थी, जिसका ऑपरेशन होना था. डॉक्टर लगातार ऑपरेशन का डेट आगे खिसका रहे थे.
'निराशा लगी हाथ'
रामप्रवेश ने बताया कि मरीज की हालत लगातार बिगड़ती चली गई और अंत में शनिवार देर रात उन्होंने दम तोड़ दिया. उन्होंने बताया कि मोतिहारी से वह बहुत ही उम्मीदों के साथ पीएमसीएच में अपने पिता का इलाज कराने पहुंचे थे. तेकिन उन्हें यहां बहुत निराशा महसूस हुई.
बिगड़ रही तबीयत
पीएमसीएच में 21 दिसंबर को एडमिट हुई छपरा की एक बच्ची की मां मंजू देवी ने बताया कि उनकी बच्ची की रीढ़ की हड्डी टूट गई है. ऑपरेशन होना है. एक महीने से अधिक समय से अपनी बच्ची का ऑपरेशन कराने के लिए अस्पताल में हैं. दो बार ऑपरेशन का डेट आने के बावजूद ऑपरेशन नहीं हो पाया है. फिर अब इस बार मंगलवार को ऑपरेशन का अगला डेट मिला है. उन्होंने बताया कि बच्ची की तबीयत बिगड़ रही है. मगर डॉक्टर कोई सुनवाई नहीं कर रहे हैं. बच्ची अस्पताल के ऑर्थो इमरजेंसी आईसीयू के बेड नंबर 3 पर एडमिट है.
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"कुछ मरीज ऐसे जरूर हैं, जो अस्पताल में कई दिनों से ऑपरेशन के लिए एडमिट हैं. लेकिन उनका ऑपरेशन नहीं हो पाया है. इसके बारे में और अधिक जानकारी ऑर्थो विभाग के विभागाध्यक्ष देंगे."-डॉ. विमल कारक, अधीक्षक, पीएमसीएच
सरकारी अस्पताल की लापरवाही
इस पूरे मामले पर पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ विमल कारक ने बताया था कि अस्पताल में सर्जरी सुचारू रूप से चल रही है. लेकिन किसी किसी भी विभाग में सर्जरी के कुछ मामले रुके हुए हैं. इसकी जानकारी उन्हें भी प्राप्त हुई है. उन्होंने कहा था कि कि हाल ही में उनके पास मामला संज्ञान में आया है और वह इसको गंभीरता से देखेंगे.