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पटनाः पतंजलि चिकित्सालय में चुंबक और अनाज से कैंसर जैसी बीमारियों का होता है सफल इलाज

पतंजलि आयुर्वेदिक हॉस्पिटल में बिहार के सभी जिलों से जटिल रोगों के मरीज पहुंचते हैं और उनका ट्रीटमेंट एक्यूप्रेशर के माध्यम से किया जाता है. यहां उपचार के लिए मैग्नेट थेरेपी का उपयोग किया जाता है जो एनर्जी पर आधारित है.

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Published : Jan 12, 2020, 9:43 AM IST

पटना: राजधानी पटना के नाला रोड स्थित पतंजलि चिकित्सालय आयुर्वेद हॉस्पिटल में कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का सफल इलाज हो रहा है. यहां चुंबक और अनाज के माध्यम से एक्यूप्रेशर विद्या के जरिए गैस से लेकर कैंसर तक का उपचार किया जा रहा है. उपचार के लिए यहां काफी संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं. खास बात ये है कि यहां सभी बीमारियों का उपचार निःशुल्क किया जाता है.

यहां होता है सफल इलाज
लंग कैंसर के फोर्थ स्टेज से रिकवर होने वाली सुमन ने बताया उनके इलाज के लिए कई कैंसर संस्थानों ने हाथ खड़े कर दिए थे. वो कीमो भी ले चुकी थीं लेकिन कोई फायदा नहीं हो रहा था. उन्होंने बताया कि जब वह पतंजलि आयुर्वेदिक हॉस्पिटल पहुंची थी, उस समय वो उठ कर बैठ नहीं सकती थी और मुंह से आवाज भी नहीं निकलती थी. लेकिन यहां 2 महीने के उपचार के बाद अब वह अपने पैरों पर खड़ी होकर चल पा रही हैं और बातें भी कर रही हैं. उन्होंने बताया कि उनके दर्द में भी बहुत कमी आई है.
अपने बच्चे की आवाज का उपचार कराने पहुंची पूजा रानी ने बताया कि उनका बेटा स्पष्ट रूप से बोल नहीं पाता था, लेकिन यहां एक्यूप्रेशर से इलाज कराने के बाद धीरे-धीरे उसकी आवाज साफ हो रही है.

पेश है रिपोर्ट

नहीं है कोई साइड इफेक्ट
पतंजलि आयुर्वेदिक हॉस्पिटल के युवा वैद्य नितेश ने बताया कि यहां बिहार के सभी जिलों से जटिल रोगों के मरीज पहुंचते हैं और उनका ट्रीटमेंट एक्यूप्रेशर के माध्यम से किया जाता है. उन्होंने बताया कि यहां उपचार के लिए मैग्नेट थेरेपी का उपयोग किया जाता है जो एनर्जी पर आधारित है. थेरेपी के लिए मैग्नेट के अलावा चना, राजमा और मेथी जैसे अनाजों का भी उपयोग किया जाता है. उन्होंने बताया कि जिस प्राकृतिक विधि से यहां असाध्य रोगों का उपचार हो रहा है, उसके प्रचार-प्रसार की जरूरत है. इस उपचार तकनीक का कोई साइड इफेक्ट नहीं है.

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मरीज का उपचार करते वैध

वहीं, पतंजलि योगपीठ के बिहार झारखंड प्रभारी अजीत कुमार ने बताया कि पतंजलि आयुर्वेद हॉस्पिटल में हरिद्वार से प्रशिक्षित वैद्य नि:शुल्क उपचार करते हैं.

पटना: राजधानी पटना के नाला रोड स्थित पतंजलि चिकित्सालय आयुर्वेद हॉस्पिटल में कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का सफल इलाज हो रहा है. यहां चुंबक और अनाज के माध्यम से एक्यूप्रेशर विद्या के जरिए गैस से लेकर कैंसर तक का उपचार किया जा रहा है. उपचार के लिए यहां काफी संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं. खास बात ये है कि यहां सभी बीमारियों का उपचार निःशुल्क किया जाता है.

यहां होता है सफल इलाज
लंग कैंसर के फोर्थ स्टेज से रिकवर होने वाली सुमन ने बताया उनके इलाज के लिए कई कैंसर संस्थानों ने हाथ खड़े कर दिए थे. वो कीमो भी ले चुकी थीं लेकिन कोई फायदा नहीं हो रहा था. उन्होंने बताया कि जब वह पतंजलि आयुर्वेदिक हॉस्पिटल पहुंची थी, उस समय वो उठ कर बैठ नहीं सकती थी और मुंह से आवाज भी नहीं निकलती थी. लेकिन यहां 2 महीने के उपचार के बाद अब वह अपने पैरों पर खड़ी होकर चल पा रही हैं और बातें भी कर रही हैं. उन्होंने बताया कि उनके दर्द में भी बहुत कमी आई है.
अपने बच्चे की आवाज का उपचार कराने पहुंची पूजा रानी ने बताया कि उनका बेटा स्पष्ट रूप से बोल नहीं पाता था, लेकिन यहां एक्यूप्रेशर से इलाज कराने के बाद धीरे-धीरे उसकी आवाज साफ हो रही है.

पेश है रिपोर्ट

नहीं है कोई साइड इफेक्ट
पतंजलि आयुर्वेदिक हॉस्पिटल के युवा वैद्य नितेश ने बताया कि यहां बिहार के सभी जिलों से जटिल रोगों के मरीज पहुंचते हैं और उनका ट्रीटमेंट एक्यूप्रेशर के माध्यम से किया जाता है. उन्होंने बताया कि यहां उपचार के लिए मैग्नेट थेरेपी का उपयोग किया जाता है जो एनर्जी पर आधारित है. थेरेपी के लिए मैग्नेट के अलावा चना, राजमा और मेथी जैसे अनाजों का भी उपयोग किया जाता है. उन्होंने बताया कि जिस प्राकृतिक विधि से यहां असाध्य रोगों का उपचार हो रहा है, उसके प्रचार-प्रसार की जरूरत है. इस उपचार तकनीक का कोई साइड इफेक्ट नहीं है.

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मरीज का उपचार करते वैध

वहीं, पतंजलि योगपीठ के बिहार झारखंड प्रभारी अजीत कुमार ने बताया कि पतंजलि आयुर्वेद हॉस्पिटल में हरिद्वार से प्रशिक्षित वैद्य नि:शुल्क उपचार करते हैं.

Intro:राजधानी पटना के नाला रोड स्थित पतंजलि चिकित्सालय आयुर्वेद हॉस्पिटल में कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का सफल इलाज हो रहा है. युवा वैद्य नितेश चुंबक और अनाज के माध्यम से एक्यूप्रेशर की विधा के जरिए गैस से लेकर कैंसर तक का इलाज कर रहे हैं. वैद्य नितेश से उपचार कराने के लिए आयुर्वेद हॉस्पिटल में मरीजों की काफी भीड़ आती है. खास यह है कि सभी बीमारियों का उपचार निशुल्क किया जाता है.


Body:लंग कैंसर के फोर्थ स्टेज से रिकवर होने वाली सुमन ने बताया कि एलोपैथी उन्हें नकार दिया और महावीर कैंसर संस्थान ने उन्हें भर्ती लेने से मना कर दिया. उन्होंने बताया कि डॉक्टरों ने उनके परिजनों से कहा की उनके पास समय ज्यादा नहीं बचा है और घर ले जाकर इन्हें करीबी लोगों से मिलाए. सुमन ने बताया कि उनका कई बार कीमो हो चुका था लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. उन्होंने बताया कि जब वह पतंजलि आयुर्वेद हॉस्पिटल पहुंची थी तब वह उठ कर बैठ नहीं पाती थी और मुंह से आवाज नहीं निकलता था. लेकिन 2 महीने के उपचार के बाद अब वह अपने पैरों पर खड़ी होकर चल पा रही हैं और बातें भी कर रही हैं. उन्होंने बताया कि उनके दर्द में बहुत कमी आई है.
अपने बच्चे का आवाज का उपचार कराने पहुंची पूजा रानी ने बताया कि उनका बच्चा सही से साफ कुछ बोल नहीं पाता था लेकिन अब एक्यूप्रेशर से यहां इलाज कराने के बाद धीरे-धीरे उसका आवाज बहुत साफ हुआ है.


Conclusion:पतंजलि आयुर्वेद हॉस्पिटल के युवा वैद्य नितेश ने बताया कि उनके यहां बिहार के सभी जिलों से जटिल रोगों के मरीज पहुंचते हैं और वह उन मरीजों को एक्यूप्रेशर के माध्यम से ट्रीटमेंट करते हैं. उन्होंने बताया कि गैस से लेकर कैंसर तक के मरीज उनके यहां पहुंचते हैं. डॉक्टर नितेश ने बताया कि जो दर्द के मरीज पहुंचते हैं उन्हें उसका रिजल्ट तुरंत दिखता है. उन्होंने बताया कि वह मैग्नेट थेरेपी का उपयोग करते हैं जो एनर्जी पर आधारित है. उन्होंने बताया कि वह अपने थेरेपी में मैग्नेट के अलावा चना राजमा, मेथी जैसे अनाज का भी उपयोग करते हैं. उन्होंने बताया कि जिस प्राकृतिक विधि से वह असाध्य रोगों का उपचार कर रहे हैं उसकी प्रचार-प्रसार की आवश्यकता है और खास यह है कि इस उपचार तकनीक का कोई साइड इफेक्ट नहीं है.

पतंजलि योगपीठ के बिहार झारखंड प्रभारी अजीत कुमार ने बताया कि पतंजलि आयुर्वेद हॉस्पिटल में हरिद्वार से प्रशिक्षित वैद्य निशुल्क उपचार करते हैं. उन्होंने बताया कि उनके हॉस्पिटल में गैस मेनजाइटिस माइग्रेन जौंडिस एब्स्ट्रेक्ट जौंडिस जैसे सभी प्रकार की बीमारियों का उपचार निशुल्क एक्यूप्रेशर और आयुर्वेद के माध्यम से होता है.
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