पटना: केंद्रीय आम बजट 1 फरवरी को पेश (Union Budget 2023) किया जाएगा. केंद्रीय आम बजट में रेल बजट पेश किया जाएगा. रेल बजट से रेल यात्रियों के आवागमन से लेकर ठहरने और उनकी समस्याओं को ध्यान में रखते हुए बजट पेश किया जाता है. पूर्व मध्य रेलवे में भी रेल यात्रियों के हित के लिए और रेलवे बोर्ड की तरफ से रेलवे स्टेशन को एयरपोर्ट के तर्ज पर बनाने का निर्णय लिया गया है. पूर्व मध्य रेल में 12 रेलवे स्टेशन का काया कल्प होने वाला है.
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इन स्टेशनों का होगा कायाकल्प: योजना के मुताबिक राजेंद्रनगर, बक्सर ,मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, बरौनी ,दरभंगा ,सीतामढ़ी, बापूधाम, मोतिहारी, गया, पंडित दिन दयाल उपाध्यय जंक्शन, धनबाद, सिंगरौली जंक्शन को चेंज करके विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन बनाने का निर्णय लिया गया है. ऐसे में यदि पूर्व मध्य रेलवे को अधिक बजट मिलता है तो विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन बनाने का सपना पूरा होगा. बजट से पूर्व मध्य रेल के कार्य में गति मिलेगा और ये स्टेशनों का अत्याधुनिक भी बनाया जा सकेगा.
गया और मुजफ्फरपुर में कार्य शुरू: पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी विजेंद्र कुमार ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि मुजफ्फरपुर और गया रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन बनाने के लिए कार्य किया जा रहा है. शेष 10 रेलवे स्टेशनों का भी जल्दी समीक्षा कर वहां कार्य शुरू किया जाएगा. दरअसल, देश और राज्य में तेजी से बढ़ रही आबादी को ध्यान में रखकर रेलवे स्टेशनों को विश्वस्तरीय बनाया जा रहा है, ताकि भीड़ में भी यात्रियों को ट्रेनों से आने-जाने में परेशानी का सामना नहीं करना पड़े.
400 करोड़ से स्टेशन का निर्माण: मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन बनाने में लगभग 400 करोड़ खर्च हो रहा है. जबकि गया रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन बनाने में 350 करोड़ लागत आएगा. भूमि विकास प्राधिकरण निर्माण कार्य कर रहा है. लेकिन अभी कार्य की गति धीमी है. स्टेशन को विश्वस्तरीय रूप देते हुए अत्याधुनिक सुविधा से सुसज्जित करते हुए ग्रीन बिल्डिंग का रूप दिया जाएगा. जहां वेंटिलेशन आदि की पर्याप्त व्यवस्था होगी.
इन सुविधाओं से लैस होंगे स्टेशन: गया और मुजफ्फरपुर दोनों रेलवे स्टेशनों पर एक्सेस कंट्रोल गेट और प्रत्येक प्लेटफार्म पर एस्केलेटर और लिफ्ट लगाई जाएंगी, ताकि एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर आने-जाने में यात्रियों को सुविधा हो. जनसम्पर्क अधिकारी ने बताया कि यात्रियों को प्रदान की जाने वाली आवश्यक सुविधाओं में खान-पान, वॉशरूम, पीने का पानी, एटीएम, इंटरनेट आदि शामिल होंगे. इससे आम यात्रियों के साथ वरिष्ठ नागरिकों को विशेष रूप से लाभ मिलेगा.
उन्होंने कहा कि पुनर्निर्माण के बाद गया और मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन की भव्यता देखने लयाक होगी. 2024 तक जो लक्ष्य रखा गया है. उसको हर हाल में पूरा किया जाएगा. यह पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल पीपीपी के तहत विकसित किया जा रहा है. बता दें कि गया, मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन को धार्मिक और पर्यटन दोनों दृष्टिकोण की महत्ता को देखते हुए पुनर्विकास की योजना बनाई गई है. पुनर्विकास से संबंधित कार्य पूरा होने के बाद स्टेशन पर यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी विश्वस्तरीय सुविधाएं प्राप्त होंगी.