पटना: भारत सरकार की ओर से निकाले जाने वाली सबसे स्वच्छ शहरों की लिस्ट में पटना सबसे गंदे शहरों में से एक बताया गया है. अभी तक सरकार की ओर से इस लिस्ट को पांच बार जारी किया गया है और हर बार की रैंकिंग में पटना की स्थिति सुधरने के बजाए और बिगड़ी है. ऐसे में अब नगर निगम पटना ने बिहार की राजधानी को साफ और स्वच्छ बनाने की ठानी है.
पटना नगर निगम पूरे पटना में इन दिनों सफाई अभियान चला रहा है और लोगों से अपने शहर को साफ रखने की अपील कर रहा है. इसी कड़ी में पटना के वार्ड नं. 62 की पार्षद तारा देवी ने भी अपने वार्ड में आज सफाई अभियान की शुरूआत की.
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सड़क पर तारा देवी झाडू लगाती हुई दिखीं
पटनासिटी चौक शिकारपुर स्थित वार्ड नं. 62 की महिला पार्षद तारा देवी के नेतृत्व आज नगर निगम की टीम ने पूरे क्षेत्र में घूमघूम कर साफ सफाई अभियान चलाया. वहीं इस दौरान लोगों के भी सफाई को लेकर जागरुकता भी फैलाई गई. इस दोरान वार्ड नं. 62 की पार्षद खुद हाथों में झाडू लिए सड़कों की सफाई करती हुई दिखाई दीं. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए पार्षद तारा देवी ने कहा कि पटना शहर को साफ सुथरा बनाना है. आज हम लोग लोगो को सफाई के प्रति स्वच्छता अभियान चला कर जागरूक कर रहे हैं ताकी वो अपने शहर को साफ रखने में निगम की मदद कर सकें.
महिला पार्षद ने इस दौरान पटना वासियों और अपने वार्ड के लोगों से अपील की कि वो अपने आस पड़ोस में कूड़ा न फैलाएं और कचड़ा निगम की गाड़ी में ही डाले. आपको बताते चलें कि पटना देश के सबसे गंदे शहरों में गिना जाता है. 2020 की रैकिंक के अनुसार पटना 10 लाख की अबादी वाले शहरों की लिस्ट में 47वें स्थान, जो की आखिरी स्थान है, पर रहा था. पटना को 6000 में से केवल 1552 अंक ही मिले थे.