नई दिल्ली/पटना: जन अधिकार पार्टी के प्रमुख पप्पू यादव ने कहा कि बिहार में शराबबंदी पूरी तरह से फेल है. हर महीने 50 से ज्यादा लोगों की मौत शराब से होती है. पुलिस वालों द्वारा इन मामलों को दबा दिया जाता है. बिहार में घर-घर शराब के होम डिलीवरी होती है. घर-घर शराब पहुंचाना एक धंधा बन गया है.
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'नीतीश कुमार तय करें, शराबबंदी रखना है कि नहीं'
जाप सुप्रीमों ने कहा कि शराब के दामों को काफी बढ़ा दिया जाता है. उसके बाद शराब को घर घर पहुंचाने का काम होता है. शराब माफियाओं को सत्ता का संरक्षण मिला हुआ है. पप्पू यादव ने तंज कसे हुए कहा कि बिहार के बड़े-बड़े नेता शराब माफियाओं को पाल रहे हैं. 5 साल से बिहार में शराबबंदी है और शुरू से ही यह फेल रहा है.
वहीं, उन्होंने कहा कि दूसरे राज्य में शराब बिक रहा है और उन राज्यों को काफी पैसा आता है, जबकि शराबबंदी से बिहार को आर्थिक नुकसान भी हो रहा है. इसलिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जल्द निर्णय करें कि शराबबंदी रखना है या नहीं क्योंकि शराबबंदी के बाद भी शराब बिकती है.
बता दें बिहार में पिछले 5 वर्षों से शराब बंदी है लेकिन इसके बाद भी शराब से मरने वालों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है. आज फिर नवादा में 3 लोगों की जहरीली शराब से मौत हुई है. अब तक नवादा में मरने वालों की संख्या 6 हो चुकी है, 2 लोगों की बेगूसराय में मौत हुई और एक व्यक्ति की मुजफ्फरपुर में मौत हुई है. 3 जिलों में 10 लोगों की मौत हो चुकी है. जहरीली शराब पीने के बाद से कई लोग अब भी गंभीर रूप से बीमार हैं.
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