पटना : बीते 24 घंटे में पटना से लगभग 400 किलोमीटर की दूरी पर तीन भूकंप के झटके दर्ज किए गए हैं. भूकंप का कंपन पटना में भी दर्ज किया गया है लेकिन तीव्रता 3.6 रहने के कारण लोगों को महसूस नहीं हुआ है.
कब-कब आया भूकंप : पहला भूकंप कल सोमवार को शाम 5:46 बजे पर दर्ज किया गया. रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 3.6 दर्ज की गई. भूकंप का केंद्र पटना से 370 किलोमीटर की दूरी पर चीन का जीजांग प्रांत रहा. दूसरा भूकंप का केंद्र भी चीन का जीजांग प्रांत रहा और पटना से दूरी 390 किलोमीटर रही. आज मंगलवार सुबह 1:25 बजे आई इस भूकंप की तीव्रता अधिकतर पैमाने पर 3.4 दर्ज की गई.
आज भी हिली धरती : वहीं तीसरा भूकंप भारत के सिक्किम में दर्ज किया गया. आज मंगलवार सुबह 6:44 पर तीसरा भूकंप दर्ज किया गया जिसका केंद्र सिक्किम का ल्होनक प्रांत रहा. भूकंप का केंद्र पटना से 410 किलोमीटर की दूरी पर रहा और रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 3.4 दर्ज की गई.
तीव्रता 4 से कम इसलिए महसूस नहीं हुए झटके : ऐसे में बीते 24 घंटे में पटना से लगभग 400 किलोमीटर की दूरी पर तीन भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. दो भूकंप का केंद्र चीन में रहा है और एक भूकंप का केंद्र भारत के सिक्किम में रहा है. बहरहाल तीव्रता रिक्टर पैमाने पर से कम होने के कारण भूकंप के झटके लोगों को महसूस नहीं हुए लेकिन मौसम विभाग के सीस्मोमीटर पर भूकंप के झटके दर्ज हुए हैं.
पूर्णिया किशनगंज से नजदीक रहा भूकंप का केंद्र : बिहार मौसम सेवा केंद्र की ओर से संबंध में जानकारी दी गई है. बताया गया है कि भूकंप के केंद्र से पूर्णिया किशनगंज, भागलपुर जैसे जिले काफी नजदीक रहे हैं. अब आइये हम आपको बताते हैं कि भूकंप की दृष्टि से बिहार कितना संवेदनशील है.
1934 में आया था सबसे बड़ा भूकंप : अगर इतिहास के पन्ने को उलटा जाए तो 15 जनवरी 1934 को बिहार में सबसे बड़ा भूकंप आया था. दोपहर में आए इस भूकंप में सरकारी आंकड़े के अनुसार 7253 लोगों की मौत हुई थी. जिसमें दरभंगा, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, मुंगेर जिला सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ था.
हाल के कुछ वर्षों की बात करें तो इस प्रकार बिहार में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं:-
- 7 जनवरी 2025
- 6 नवंबर 2024
- 9 अगस्त 2024
- 27 अगस्त 2024
- 4 नवंबर 2023
- 22 अक्टूबर 2023
- 31 जुलाई 2021
- 19 अक्टूबर 2022
बिहार में बढ़ने वाली है ठंड : मौसम सेवा केंद्र ने बताया है कि बिहार में अभी तापमान सामान्य से अधिक बना हुआ है. जिसके कारण मुंगेर में अधिकतम तापमान 30.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. मौसम सेवा केंद्र की ओर से बताया गया है कि प्रदेश में 6 फरवरी से तीव्र गति से उत्तर पछुआ हवा चलने का पूर्वानुमान है. इसके कारण अधिकतम और न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जा सकती है.
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